- लखनऊ पुलिस के दो ब्लाइंड केसों का हुआ खुलासा

- मुनीर ने ही जज के गनर पर हमला कर लूटी थी पिस्टल

- बाइक लूटने का विरोध करने पर नमन वर्मा की थी हत्या

LUCKNOW: यूपी एसटीएफ ने लखनऊ पुलिस के दो अनसुलझे केस का खुलासा कर दिया है। गोमतीनगर इलाके में जज के गनर पर हमला कर पिस्टल लूटने तथा पांच सितारा होटल के कर्मचारी नमन वर्मा की हत्या करने वाले अपराधी की तलाश में लखनऊ पुलिस तमाम हथकंडे अपनाने के बाद पस्त हो चुकी थी। एसटीएफ ने एनआईए अफसर तंजील अहमद की हत्या करने वाले अपराधी मुनीर की गिरफ्तारी के बाद दावा किया है कि लखनऊ में हुई दोनों वारदातें मुनीर ने ही अंजाम दी थी। मुनीर के पास से गनर की पिस्टल और नमन वर्मा की बाइक बरामद होने से इसकी पुष्टि हो गयी है।

हथियारों का शौकीन है मुनीर

एसएसपी एसटीएफ अमित पाठक ने गुरुवार को लखनऊ में मुनीर द्वारा अंजाम दी गयी वारदातों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। इस दौरान राजधानी की एसएसपी मंजिल सैनी भी मौजूद थीं। पाठक ने बताया कि मुनीर से पूछताछ और सुबूतों के मिलान से साफ हो चुका है कि पिछले साल राजधानी में कहर बरपाने वाला वही था। एसटीएफ के मुताबिक अत्याधुनिक हथियारों का शौकीन मुनीर असलहा लूटने के मौके तलाशता रहता था। इसी वजह से उसने गोमतीनगर के जुगौली क्रॉसिंग से जज के गनर से 9 एमएम पिस्टल लूटी थी। इतना ही नहीं, अपने साथी के साथ मिलकर उसने अलीगढ़ में एक ठेकेदार को गोली मारकर रिवाल्वर और एक ग्राम प्रधान से रिवाल्वर भी लूटी थी। लूट की बाइक और असलहों से ही उसने एनआईए अफसर की हत्या को अंजाम दिया था।

नवंबर में लखनऊ में था मुनीर

एसटीएफ ने गिरफ्तारी के बाद मुनीर से गहन पूछताछ की। मुनीर ने एसटीएफ को बताया कि नवंबर 2015 में वह अपने साथी सउद के साथ लखनऊ आया था। उस दौरान उसे शक हो रहा था कि तंजील अहमद को उसकी आपराधिक गतिविधियों के बारे में जानकारी हो गयी है और वह पुलिस से उसके बारे में मुखबिरी कर रहा है। इसके बाद उसने तंजील को ठिकाने लगाने की योजना बनाई जिसमें सऊद ने उसका साथ दिया। इसके लिए उन्होंने असलहे और बाइक लूटने की योजना बनाई और गनर व नमन वर्मा को निशाना बनाया।

बाइक लूटने के लिए मारी थी नमन को गोली

मुनीर ने जनवरी 2015 में दिल्ली से 220 सीसी की पल्सर बाइक लूटी जिसे उसने सऊद को अपने घर (टांडा, अम्बेडकरनगर) पर इस्तेमाल करने के लिए देने का वादा किया था। तंजील की हत्या के लिए उसे एक तेज रफ्तार बाइक और अत्याधुनिक असलहों की जरूरत थी जिसे जुटाने के लिए उसने लोहिया चौराहा, गोमतीनगर से पॉलीटेक्निक जाने वाले फ्लाईओवर के रास्ते पर एक बिना नंबर की पल्सर बाइक लूटी। इस बाइक पर नमन वर्मा सवार था जिसे उसने ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर मौत की नींद सुला दिया। इस दौरान सऊद बाइक चला रहा था। नमन की बाइक की रफ्तार धीमी देख सऊद ने अपनी बाइक आगे लगा दी। मुनीर ने अपनी रिवॉल्वर से एक गोली उसके पैर पर चलायी और उससे बाइक से उतरने को कहा। नमन ने मुनीर की रिवॉल्वर की नाल पकड़ने का प्रयास किया, जिस पर मुनीर ने दोबारा फायर किया। यह गोली नमन के पेट में लगी और वह असंतुलित होकर गिर गया। इसके बाद मुनीर ने उसे एक गोली और मारी और बाइक लेकर फरार हो गया।

एक सप्ताह तक की लूट के लिए रेकी

मुनीर और सऊद इसके बाद 220 सीसी पल्सर बाइक और नमन से लूटी गई पल्सर बाइक लेकर आदिलनगर स्थित किराये के कमरे पर चले गये। मुनीर ने पूछताछ में बताया कि तंजील की हत्या के लिए उसे एक 9 एमएम पिस्टल की जरूरत थी। उसके पास रिवॉल्वर भी थी, लेकिन तंजील अहमद के एनआईए अफसर होने की वजह से वह कोई खतरा मोल नहीं लेना चाहता था। पिस्टल की मारक क्षमता ज्यादा होने की वजह से उसने 9 एमएम पिस्टल की तलाश शुरू की। एक सप्ताह बाद 25 नवंबर को उसे बाइक सवार एक व्यक्ति सफारी सूट पहने हुए जाता दिखा। यह व्यक्ति जज का गनर कांस्टेबल प्रमोद कुमार था। उसकी कमर के पास लटकी हुई पिस्टल देख मुनीर ने लूटने का फैसला कर लिया था। मुनीर ने सऊद से बात कर उसका पीछा किया और कुछ दूर आगे जाकर बंद रेलवे क्रॉसिंग पर कांस्टेबल प्रमोद के रुकने पर पिस्टल छीनने का प्रयास किया और विरोध करने पर मुनीर ने अपनी रिवॉल्वर से तीन गोलियां मारी और पिस्टल छीन ली।

पहले भी लूट चुका है असलहे

पूछताछ में मुनीर ने बताया कि रिवॉल्वर 8 जनवरी 2014 को उसने अलीगढ से एक व्यक्ति को गोली मारकर लूटी थी। इस घटना में उसके साथ आशुतोष मिश्रा भी शामिल था। इस घटना के संबंध में पीडब्लूडी के ठेकेदार मंदीप ने थाना क्कारसी अलीगढ में केस दर्ज कराया था। मुनीर से बरामद पल्सर बाइक का इंजन व चेचिस नंबर और 18 नंवबर को नमन वर्मा की लूटी गई बाइक का इंजन नम्बर व चेचिस नंबर एक ही पाया गया है। मुनीर से बरामद पिस्टल का नंबर और 25 नंवबर 2015 को कांस्टेबल प्रमोद कुमार से लूटी गयी पिस्टल का नंबर भी समान पाया गया है। इससे साफ हो गया कि राजधानी में हुई दोनों वारदात को मुनीर ने अंजाम दिया था।

Posted By: Inextlive