मुन्ना बजरंगी हत्याकांड में प्रथम दृष्टया दोषी पाए गए जेलर समेत चार जेलकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। वहीं हत्या में इस्तेमाल पिस्टल कारतूस व खोखे कड़ी मशक्कत के बाद जेल के गटर से बरामद कर लिये गए हैं।

लापरवाही के आरोप में सस्पेंड
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LUCKNOW : एडीजी लॉ एंड ऑर्डर आनंद कुमार ने बताया कि मुन्ना बजरंगी हत्याकांड मामले में प्रथम दृष्टया लापरवाही के आरोप में बागपत जेल के जेलर उदय प्रताप सिंह, डिप्टी जेलर शिवाजी यादव, हेड वॉर्डर अरजिंदर सिंह और वॉर्डर माधव कुमार को सस्पेंड कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि पूरी घटना की सूचना राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को दे दी गई है। एडीजी ने बताया कि मुन्ना के शव का पोस्टमार्टम डॉक्टर्स के पैनल द्वारा कराया गया और उसकी वीडियोग्राफी भी कराई गई है।
सफाई के बाद गटर से निकली पिस्टल
एडीजी कुमार ने बताया कि हत्या में इस्तेमाल पिस्टल और कारतूस जेल के ही गटर में फेंके जाने की सूचना मिली थी। जिस पर गटर को साफ करने की मशीन जेल के भीतर ले जाई गई। मशीन के जरिए गटर की सफाई की गई, जिसके बाद गटर से ।32 बोर की पिस्टल, दो मैगजीन, 10 खोखा कारतूस व 22 जिंदा कारतूस बरामद किये गए हैं।

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Posted By: Shweta Mishra