-दून पुलिस ने दसवें मुन्नाभाई को किया हरिद्वार से गिरफ्तार

-10 से ज्यादा और आरोपियों की तलाश में जुटी पुलिस

DEHRADUN: उत्तराखंड आयुष प्री मेडिकल टेस्ट (यूएपीएमटी) में रविवार को दून पुलिस द्वारा 9 मुन्नाभाइयों को बेपर्दा करने के बाद देर रात पुलिस ने दसवें मुन्नाभाई को भी अरेस्ट कर लिया। गिरफ्तार युवक को पुलिस ने हरिद्वार जिले के बाहदराबाद से गिरफ्तार किया। वहीं दूसरी ओर पुलिस की सभी 9 मुन्नाभाइयों से देर रात तक पूछाताछ चलती रही। पूछताछ में सभी साल्वरों ने सनसनीखेज खुलासे किए हैं। पुलिस इन सभी के तार मध्यप्रदेश के व्यापमं घोटाले से जोड़कर चल रही है और मामले को उसी एंगल से फॉलो भी कर रही है।

जिंदगी भर नहीं दिए एग्जाम

देर रात तक पुलिस ने जब सभी आरोपियों से सख्ती से पूछताछ की तो खुलासों से पुलिस के भी होश उड़ गए। उत्तराखंड से पहले इस गिरोह के सदस्य बिहार और यूपी में क्00 से ज्यादा एग्जाम्स में छात्रों को पास करवा चुके हैं। पूछताछ में हरिद्वार निवासी राव गुड्डू ने बताया कि वह आज तक किसी भी एग्जाम में नहीं बैठा है। उसने बताया कि वह दसवीं, क्ख्वीं और बीएएमएस के एग्जाम में आज तक नहीं बैठा लेकिन इसके बावजूद ऋषिकुल आयुर्वेदिक कॉलेज से बीएएमएस का स्टूडेंट है।

बॉक्स

सूबे के कॉलेजों में कइर् मुन्नाभाई

लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस चतुर्थ वर्ष के छात्र और गिरोह के सरगना प्रह्लाद ने कबूला कि उसने भी डॉक्टरी की शिक्षा के लिए मुन्ना भाई का सहारा लिया था। उसने पूछताछ में यह भी दावा किया कि वर्तमान में उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के कई मेडिकल कॉलेज में उसी के जैसे मुन्नाभाई डॉक्टरी की पढ़ाई कर रहे हैं। उसने ऐसे कुछ नाम भी पुलिस को बताए हैं। डॉक्टरी में दाखिले के बाद प्रह्लाद खुद मुन्ना भाई गिरोह चलाने लगा। इसमें उसके साथी बने गणेश शंकर विद्यार्थी चिकित्सा स्मारक महाविद्यालय स्वरूपनगर कानपुर में एमबीबीएस अंतिम वर्ष का छात्र बसंत कुमार और उत्तराखंड के श्रीनगर गढ़वाल मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस अंतिम वर्ष का छात्र सलीम। पुलिस के अनुसार प्रह्लाद का दावा है कि पिछले तीन सालों में वह और उसके साथी उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में दर्जनों छात्रों को दाखिला दिला चुके हैं। ख्0क्भ् में प्रह्लाद ने हल्द्वानी के एक सेंटर पर सॉल्वर भेजकर राव गुड्डू पुत्र रसीद निवासी ग्राम बड़हेरी बहादराबाद हरिद्वार को बीएएमएस में दाखिला दिला दिया। इसके लिए राव ने प्रह्लाद को क्.90 लाख रुपये दिए थे।

वर्जन

पुलिस हर एंगल से मामले की छानबीन में जुटी हुई है। पूछताछ पूरी होने के बाद कुछ और गिरफ्तारियों की भी तैयारी की जा रही है। जल्द मामले के दोषी सलाखों के पीछे होंगे।

डा। सदानंद दाते, एससएपी देहरादून

Posted By: Inextlive