चलती ट्रेन में कत्ल प्रकरण :

- वेस्ट के पांच जनपदों में भी कारीगरों में कातिलों को अभी तक जीआरपी नहीं ढूंढ पाई

- ट्रेन के मेरठ से पहले रेलवे स्टेशनों की फुटेज से कातिलों की तलाश में पुलिस जूट गई

- घायल युवकों के अनुसार ही हमलावरों के स्केच जारी कराने के लिए एक्सपर्ट बुलाए

Meerut : देहरादून-कोच्चि एक्सप्रेस में हुए नासिर की हत्या और उसके साथियों पर जानलेवा हमले में पुलिस की पांच टीमें भी पड़ताल करने में नाकाम साबित हो गई हैं। अभी तक एक हजार से ज्यादा कारीगरों से पूछताछ हो चुकी है। जीआरपी अब नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के सीसीटीवी से जनरल बोगी की फुटेज देख रही है। साथ ही घायलों के अनुसार एक्सपर्ट उनके स्केच तैयार कर रहे हैं।

युवक का हुआ था मर्डर

सहारनपुर कोतवाली देहात के रहने वाले शाहरुख, नासिर, फरमान, सलमान, मुकर्रम, राहिल, अब्दुल वाजिद, नदीम और शेरू देहरादून-कोच्चि एक्सप्रेस में सोरानुर से सहारनपुर लौट रहे थे। इसी कोच में एक ग्रुप पलवेले से ही बैठा आ रहा था। सीट पर बैठने को लेकर हुए विवाद में मेरठ के सिटी स्टेशन पर युवकों ने अपना सामान उतारा और फिर बोगी में सवार होकर हमला कर दिया। इस हमले में हरिद्वार के जसविंदर को ट्रेन से नीचे फेंक दिया, जबकि नासिर के पेट में पेचकस और सिर पर हथौड़े से वार कर मौत के घाट उतार दिया। साजिद के बाकी साथी भी गंभीर रूप से घायल हो गए। जीआरपी के एसपी वैभव कृष्ण ने बताया कि हमलावर मेरठ, बागपत, बुलंदशहर, मुजफ्फरनगर और शामली के कारीगर हैं, जो पलवेले में काम करते हैं।

बदमाशों को पकड़ने के लिए टीम गठित

अभी तक जीआरपी की टीमें एक हजार से ज्यादा कारीगरों की पड़ताल कर चुकी हैं। इसके बाद भी पुलिस को पता नहीं चल पाया कि हमलावर कहां के रहने वाले हैं? ऐसे में पुलिस की टीमें अब ट्रेन जिन स्टेशनों पर रुकी हैं, वहां से जनरल बोगी पर आने वाले कैमरे की फुटेज निकाल रहे हैं, क्योंकि हमलावर कई बार ट्रेनों से नीचे भी उतरे हैं। उनकी पहचान करने के बाद पड़ताल की जाएगी। साथ ही दिल्ली से बुलाए एक्सपर्ट घायलों से पूछताछ कर रहे हैं, ताकि उनके बताए अनुसार ही स्क्रेच जारी हो सकें।

ट्रेन में हमले के दौरान जसविंदर को ट्रेन से फेंक देने और नासिर की हत्या करने के मामले में हमलावरों की तलाश की जा रही है। जीआरपी की पांच टीमों ने एक हजार से ज्यादा कारीगरों को तलाशा है। अब पुलिस दूसरी थ्योरी पर चल पड़ी है। नई दिल्ली और उससे पहले के रेलवे स्टेशनों से सीसीटीवी फुटेज ली जा रही है, जिससे हमलावरों की फोटो की पहचान हो जाए। तभी पुलिस की टीमें हमलावरों को पकड़ पाएंगी।

वैभव कृष्ण, एसपी, जीआरपी

Posted By: Inextlive