-गंभीर हालत में बलरामपुर हॉस्पिटल में एडमिट

LUCKNOW: मोहनलालगंज में मंगलवार को डीएलएफ कम्पनी के गार्ड ने मवेशी चरा रहे युवक को गोली मार दी। पहली गोली युवक के दाहिने पैर और दूसरी छाती के दाहिनी ओर को छूती हुई निकल गई। किसी तरह जान बचाकर भागा युवक अपने घर पहुंचा और परिजनों को आपबीती सुनाई। परिजन उसे लेकर कोतवाली पहुंचे, लेकिन आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने उसे बिना इलाज कोतवाली में ही बिठाए रखा। आखिरकार इंस्पेक्टर के पहुंचने पर उसे सीएचसी भेजा गया। जहां से उसे डॉक्टर्स ने बलरामपुर हॉस्पिटल रेफर कर दिया।

प्लॉट में मवेशी घुसने से भड़का था

मोहनलालगंज के दीवानगंज निवासी रमेश (25) मंगलवार को करीब 4 बजे मवेशी चराने के लिये खेत की ओर गया था। इसी दौरान उसकी एक भैंस चरते हुए डीएलएफ कैंपस में चली गई। भैंस को वहां देख कंपनी का सिक्योरिटी गार्ड भड़क उठा और उसने बिना कोई बात किये रमेश पर दो फायर कर दिये। गोली उसके दाहिने पैर और छाती के दाहिनी ओर छूते हुए निकल गई। जिसके बाद जख्मी रमेश किसी तरह जान बचाकर वहां से भाग निकला और अपने घर पहुंचा। उसकी आपबीती सुन परिजन उसे लेकर मोहनलालगंज कोतवाली पहुंचे।

नहीं ले गए इलाज को

परिजनों ने वहां मौजूद पुलिसर्मियों को घटना की शिकायत की। पर, इंस्पेक्टर एसएन राय के मौजूद न होने की वजह से पुलिसकर्मियों ने उन्हें थाने में बिठा दिया। रमेश के पिता सिद्धनाथ ने बताया कि इस दौरान रमेश के शरीर से लगातार खून रिसता रहा लेकिन, पुलिसकर्मी रमेश को इलाज के लिये नहीं ले गए। करीब आधे घंटे बाद इंस्पेक्टर राय कोतवाली पहुंचे जिसके बाद रमेश को एक कॉन्सटेबल के साथ सीएचसी भेजा गया। जहां डॉक्टर्स ने रमेश को बलरामपुर हॉस्पिटल रेफर कर दिया। इंस्पेक्टर मोहनलालगंज एसएन राय ने बताया कि शुरुआती जांच में पता चला है कि रमेश और गार्ड के बीच किसी बात को लेकर कहासुनी हुई थी। जिसके बाद उसने गोली चला दी। उन्होंने बताया कि आरोपी सिक्योरिटी गार्ड कालूखेड़ा निवासी सूर्यपाल सिंह फरार है और उसकी तलाश की जा रही है। पुलिस ने जानलेवा हमले की एफआईआर दर्ज कर ली है।

Posted By: Inextlive