इफ्तार की तैयारी में था परिवार, मौत की मनहूस सूचना ने उतार दी रंगत

घर के सीसीटीवी कैमरे बंद मिले, फायरिंग करते हुए भागे बदमाश

ALLAHABAD: इलाहाबाद जैसे शहर में लगातार होती हत्या की घटनाओं ने पुलिस के होश उड़ा दिए हैं। मंगलवार को बेखौफ बदमाशों ने घर में घुसकर प्रधान के देवर को मौत के घाट उतार दिया और भाग निकले। रोजा इफ्तार से चंद घंटे पहले हुई घटना से पूरा परिवार सन्नाटे में आ गया। पुलिस भी सूचना मिलते ही स्पॉट पर पहुंच गई। लेकिन, हत्यारों का कोई सुराग नहीं मिला। परिवार के लोगों ने हत्या का शक जमीन को लेकर चल रहे विवाद के आधार पर एक सख्श पर जताया है। पुलिस जांच में जुटी है।

प्रधानी का पूरा काम देखता था

शाहजी का पुरवा निवासी आशिक बाबा की पत्नी अफरोज जहॉ ग्राम सभा चकबबुरा की प्रधान हैं। प्रधानी का सारा कामकाज उनका देवर मो। महमूद ही देखता था। महमूद पांच भाइयों में चौथे नम्बर पर था। घर में ही ग्राउण्ड फ्लोर पर ऑफिस बना रखा था, जहां परडे आने वालों की समस्याएं सुनी जाती थी। मंगलवार को आशिक बाबा किसी काम से बाहर गये थे। उनकी गैर मौजूदगी में छोटा भाई महमूद दफ्तर में था। रोजा के चलते थका महसूस करने पर वह सोफे पर ही लेट गया था। परिवार के लोग ऑफिस के ऊपर वाले फ्लोर पर थे।

शाम पांच बजे हुई घटना

घटना के वक्त महिलाएं रोजा इफ्तार के लिए सामान तैयार करने में जुटी थीं। उनका कहना है कि शाम करीब पांच बजे एक युवक महमूद के ऑफिस में पहुंचा और उसके सिर से तमंचा सटाकर गोली मार दी। मौके पर ही महमूद ने दम तोड़ दिया। गोली चलने की आवाज सुनते ही परिवार के लोगों ने शोर मचाते हुए छत से नीचे देखा तो हत्यारा हवा में फायर करते हुए पैदल ही एडीए दूरवाणी नगर की ओर भाग निकला। घटना के बाद परिवार के साथ ही पूरे इलाके में कोहराम मच गया। महमूद की पत्नी सीमा बेगम, बच्चे रेहान व गोलू पिता का शव देख फफक पड़े। जानकारी मिलने के कुछ ही देर बाद आशिक बाबा भी घर पहुंच गए। उन्होंने जमीन के विवाद में भाई की हत्या किए जाने की आशंका जताते हुए नूर मोहम्मद व अजमल के खिलाफ तहरीर दी। जिसके आधार पर पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर ली।

डॉग स्क्वॉड को भी बुलाया

मर्डर की सूचना मिलते ही एसएसपी, सीओ करछना, एसपी यमुनापार सहित कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंच गई। डाग स्क्वॉड को बुलाकर घटना स्थल की बारीकी से जांच पड़ताल करायी गयी। मृतक के बड़े भाई आशिक बाबा ने पड़ोसी पर हत्या का आरोप लगाया। जिसपर पुलिस ने उसके घर दबिश मार दी। हालांकि आरोपी पड़ोसी घर पर मौजूद नहीं मिला।

बाक्स

कैमरे से कोई क्लू नहीं

सिक्योरिटी प्वाइंट ऑफ व्यू से आशिक बाबा ने ऑफिस में सीसीटीवी कैमरा भी लगवा रखा था। पुलिस को भरोसा था कि फुटेज से कुछ क्लू मिल जाएगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ। पता चला कि कैमरा दो दिन से बंद पड़ा है। स्पॉट पर विजिट के बाद पुलिस अफसर हालांकि सीधे कुछ नहीं बोले लेकिन, आसपास के लोगों से पूछताछ में किसी ने गोली चलने की आवाज सुनना नहीं स्वीकारा। स्पॉट पर खून भी जम चुका था। इससे शक की सूई कई दिशाओं में घूमी लेकिन पुलिस ने इस पर कोई रिएक्शन नहीं दिया। सिर्फ इतना कहा कि पूरी जांच के बाद ही सच सामने आएगा।

मृतक के बड़े भाई आशिक बाबा की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। पुलिस घटना के हर पहलू की जांच कर रही है। कोशिश है कि जल्द से जल्द घटना का खुलासा कर दिया जाय।

-अलका भटनागर

सीओ करछना

हत्या दर हत्या

26 मई की रात रीवां के रहने वाले पान व्यापारी सूरज चौरसिया की झलवा में गोली मारकर हत्या। सूरज व्यापार के सिलसिले में शहर आया था और धूमनगंज एरिया में रुका था।

22 मई की शाम धूमनगंज के ट्रांसपोर्ट नगर एरिया में बाइक सवार बदमाशों ने सपा नेता रामचन्द्र पासी को गोली मारकर हत्या कर दी। घटना के वक्त सपा नेता ट्रांस्पोर्ट नगर एरिया में आरटीओ आफिस के पास अपने निर्माणाधीन मकान को देखने पहुंचे थे।

3 मई की रात कानपुर रोड पर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्र अनुराग त्रिपाठी की बीयर शॉप के सामने मामूली विवाद को लेकर गोली मार कर हत्या।

30 अप्रैल को सिविल लाइंस एरिया में शाहगंज एरिया के रहने वाले पान व्यापारी महेन्द्र चौरसिया की बदमाशों ने गोली मारकर हत्या

Posted By: Inextlive