एक दिन, दो हत्याएं
घर के बाहर सोए थे राम नरेश गुप्ता (85) नैनी एडीए कॉलोनी में रहते थे। उनकी वाइफ का इंतकाल हो चुका था। इकलौता बेटा जगन्नाथ की भी डेथ हो चुकी है। पोता दयाकांत ही रामनरेश की देखरेख करता था। दयाकांत ने बताया कि डेली की तरह उसके दादा ट्यूजडे को भी घर के बाहर सोए थे। सुबह वह मृत पाए गए। उनके सिर पर चोट के निशान थे। सूचना पर नैनी पुलिस मौके पर पहुंची और बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक हेड इंजुरी के चलते रामनरेश की मौत हुई।मकान बनवा रहा था
उधर इंडस्ट्रियल एरिया में भी वेडनसडे को एक बॉडी पाई गई। लालापुर के रहने वाले सहदेव का बेटा शोभा लाल (45) इंडस्ट्रियल एरिया स्थितइंदरपुर में अपना मकान बनवा रहा था। वह रात में वहीं सोता था। ट्यूजडे की रात भी वह वहीं सोया था। अगले दिन कमरे में वह मृत पाया गया। बॉडी खून से लथपथ थी। पड़ोसियों ने फैमिली मेम्बर्स को सूचना दी।
कुछ नहीं बता पाए परिजनदोनों ही मर्डर केस में फैमिली मेम्बर्स को हत्या की वजह नहीं समझ आ रही है। न तो राम नरेश गुप्ता के फैमिली वाले इस मामले में कुछ बता पा रहे थे और ना ही शोभा लाल के। पुलिस भी कुछ कह पाने की स्थिति में नहीं है। फिलहाल दोनों मामलों की जांच में पुलिस जुटी है।
कैसे लगी गोलीउधर वेडनसडे इवनिंग नैनी में ही रहस्यमय परिस्थितियों में युवक को गोली लग गई। उसे प्राइवेट हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया। पुलिस के मुताबिक महेन्द्र सिंह नैनी लेबर कॉलोनी में रहते हैं। उनका 22 साल का बेटा मनीष है। महेन्द्र सिक्योरिटी एजेंसी में काम करते हैं। शाम को करीब चार बजे मनीष के सीने में गोली लग गई। किसी ने उस पर फायर किया या वह हादसे का शिकार हुआ, इस पर फैमिली मेंबर्स ने चुप्पी साध ली है।