- डिस्ट्रिक्ट पुलिस ऑफिसर्स ने आईबी रिपोर्ट को नहीं लिया गंभीरता से

ALLAHABAD: रेलवे इंटेलीजेंस और कौशाम्बी डिस्ट्रिक्ट पुलिस के ऑफिसर्स इंटेलीजेंस ब्यूरो की रिपोर्ट पर अगर एक्टिव और सीरियस हुए होते तो मूरी एक्सप्रेस डिरेलमेंट की घटना नहीं होती। तीन पैसेंजर्स की जान नहीं जाती और कई पैसेंजर्स घायल नहीं होते। दिल्ली-हावड़ा रूट पर सिराथू और कनवार रेलवे स्टेशन के बीच ख्ब् मई की भोर में रेलवे लाइन से पेंड्राल क्लिप चोरी किए जाने और ट्रैक पर जैक लगाए जाने की घटना सामने आने के बाद लोकल इंटेलीजेंस ब्यूरो से जुड़े ऑफिसर्स ने पूरे मामले की गहराई से जांच की थी। जिसमें किसी बड़ी घटना की साजिश होने की आशंका जताई गई थी। जांच पड़ताल के बाद ख्ब् मई की देर रात क्क् बजे ही आईबी ने रेलवे इंटेलीजेंस को अपनी रिपोर्ट सौंप दी थी। जिसमें पटरियों पर हुई छेड़छाड़ के साथ ही किसी बड़ी दुर्घटना की आशंका जताई गई थी। लोकल पुलिस के अधिकारियों को भी बताया गया था। साथ ही हादसे को रोकने के लिए सभी इंतजाम करने की भी बात कही गई थी। यह तो संयोग ही था कि स्पीड कम होने की वजह से बोगियां डिरेल होकर बाएं तरफ नहीं पलटीं, जिससे ज्यादा जानमाल का नुकसान नहीं हुआ। वरना बड़ी दुर्घटना हो सकती थी।

Posted By: Inextlive