यौन उत्पीड़न से बचाने के लिए सख्त हुआ बोर्ड

शुरू होगी ह्यूमन राइट्स एंड जेंडर स्टडीज की पढ़ाई

RANCHI: सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंड्री एजुकेशन (सीबीएसई) स्ेकूलों में अब मुस्कान बचाओ कैंपेन शुरू किया जाएगा। बच्चों की मानसिक और शारीरिक सुरक्षा को लेकर सीबीएसई इसे एजुकेशन पैटर्न के साथ जोड़ने की तैयारी में है। देश भर के स्कूलों में पाक्सो एक्ट के तहत मुस्कान बचाओ कैंपेन की शुरुआत करने के निर्देश दिए गए हैं। यह कैंपेन बच्चों को लैंगिक यौन उत्पीड़न से बचाने के लिए साल 2012 में यूनिसेफ ने पाक्सो एक्ट के तहत शुरू किया था, जिसे अब सीबीएसई अपने सभी स्कूलों में शुरू करने जा रहा है। सीबीएसई के अनुसार, इसे इसी साल से लागू किया जाएगा।

ताकि बच्चों का भविष्य न हो खराब

अक्सर स्कूलों में होने वाले लैंगिक उत्पीड़न से बच्चों का भविष्य खराब हो जाता है। बोर्ड की ओर से यह कदम लैंगिक संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है, ताकि स्टूडेंट्स किसी भी तरह के सिचुएशन में लैंगिंक असमानता, सेक्सुअल एब्युज जैसी हिंसात्मक गतिविधियों के शिकार न हों।

सीसीसी पैटर्न से होगी जेंडर फ्रेंडली स्टडी

सीबीएसई स्कूलों में यह योजना सीसीसी पैटर्न के तहत लागू की जाएगी। इसमें पहली क्लास से सीनियर सेकेंड्री स्तर पर प्रैक्टिकली गाइड को भी महत्व दिया जाएगा। साथ ही स्टडी पैटर्न को भी जेंडर फ्रेंडली बनाया जाएगा। सीबीएसई ने यह भी निर्णय लिया है कि सीनियर सेकेंड्री के स्टूडेंट्स के लिए नए इलेक्टिव कोर्स भी शुरू किए जाएंगे। इसके साथ ही सीनियर सेकेंड्री में ह्यूमन राइट्स और जेंडर स्टडीज की भी पढ़ाई होगी।

स्कूलों में लगेंगे सीसीटीवी कैमरे

इस कैंपेन के तहत स्कूलों में सीसीटीवी कैमरे को भी इंस्टॉल करने का नॉ‌र्म्स होगा, ताकि स्कूल कैम्पस में स्टूडेंट्स और स्टाफ के अलावा अन्य एक्टिविटी पर भी नजर रखी जा सके। सीबीएसई की ओर से इस कैंपेन के लिए काफी वृहद स्तर पर तैयारी की गई है। इसके तहत टीचर्स के साथ-साथ पैरेंट्स को भी ट्रेनिंग दी जाएगी, जिसमें बच्चों के साथ होने वाले उत्पीड़न की घटनाओं से संबंधित जानकारी दी जाएगी।

क्या कहती हैं टीचर

सीबीएसई की ओर से यह बहुत अच्छा कदम उठाया गया है। स्कूलों में इसकी सख्त जरूरत है, जिसका स्वागत भी किया जाएगा। ऐसे सिचुएशन के लिए स्कूल के साथ-साथ पेरेंट्स को भी सपोर्टिव होने की जरूरत है, ताकि बच्चों का भविष्य खराब न हो। मुस्कान बचाओ कैंपेन कई मायने में बच्चों के साथ पैरेंट्स और स्कूल को भी सपोर्ट करेगा।

-पुष्पा सेराफिम, वाइस प्रिंसिपल, लाला लाजपत राय स्कूल

Posted By: Inextlive