बच्चों को प्रात: स्मरण से लेकर भोजन मंत्र तक है याद, भारत माता की जय के नारे भी लगाते हैं

विद्या भारती के स्कूलों में बढ़ रही मुस्लिम स्टूडेंट्स की संख्या

Prakashmani.Tripathi@inext.co.in

ALLAHABAD:

मुनव्वर राना, नयनतारा सहगल, अशोक बाजपेई, जैसे दिग्गज साहित्यकारों ने भले ही साहित्य अकादमी पुरस्कार लौटाकर देश में असहिष्णुता का ढिंढोरा पीटा हो, लेकिन शहर में ऐसे तमाम मुस्लिम बच्चे हैं, जो हर रोज सरस्वती वंदना कर सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल पेश कर रहे हैं। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के संगठन विद्याभारती द्वारा संचालित स्कूलों में तालीम हासिल कर रहे मुस्लिम छात्र न सिर्फ सरस्वती वंदना, बल्कि पूरी आस्था और बिना रोकटोक भोजन मंत्र भी कर रहे हैं। उन्हें भारत माता की जय बोलने से भी परहेज नहीं है। अभिभावक उन्हें खुद इसकी प्रेरणा दे रहे हैं।

जुबां पर है ये गीत

लव कुश, ध्रुव, प्रहलाद बने है, मानवता का त्रास हरे हम, सीता, सावित्री, दुर्गा मां, फिर घर-घर देसरस्वती शिशु मंदिरों में तालीम हासिल कर रहे मुस्लिम बच्चों की जुबां पर अक्सर ये गीत रहते हैं। इसी तरह वे 'हे हंसवाहिनी ज्ञानदायिनी, अंब विमल मति दे' सरस्वती वंदना भी पढ़ते हैं। ऐसा नहीं है कि इसकी जानकारी बच्चों के अभिभावकों को नहीं है। उन्हें इसकी पूरी खबर है, लेकिन बच्चों को इससे नहीं रोका जाता।

तेजी से बढ़ी संख्या

स्कूलों में मुस्लिम बच्चों की संख्या तेजी से बढ़ी है। खास बात यह है कि इनकी तादात में इजाफा मोदी सरकार बनने के बाद हुआ है। प्रधानाचार्यो के मुताबिक यहां शिक्षा ग्रहण करने वाले मुस्लिम बच्चों की संख्या 70 फीसदी से अधिक हो गई है। वे न केवल प्रात: स्मरण में कराग्रे वसते लक्ष्मी, कल्याण मंत्र, सरस्वती वंदना, वंदे मातरम् के साथ ही साथ भारत माता की जय के नारे भी लगाते है।

काशी प्रांत में 250 स्कूल

आरएसएस के शैक्षिक संगठन विद्या भारती द्वारा काशी प्रांत के कुल 12 जिलों में इन स्कूलों का संचालन किया जा रहा है। इनमें विद्या भारती की शिशु शिक्षा समिति की ओर से संचालित स्कूलों की संख्या 250 है। जबकि इंटरमीडिएट तक संचालित स्कूलों की संख्या 28 है। इन स्कूलों में स्टूडेंट्स की कुल संख्या 60 हजार है। इनमें कुल 1117 स्टूडेंट्स मुस्लिम समुदाय के हैं, जिनमें लड़कों की संख्या 835 व लड़कियों की संख्या 282 है। जबकि ईसाई समुदाय के स्टूडेंट्स की कुल संख्या 15 है। ये आंकड़ा सत्र 2016-17 का है।

ये हैं काशी प्रांत के जिले

इलाहाबाद, प्रतापगढ़, सुल्तानपुर अमेठी, कौशांबी, चंदौली

मिर्जापुर, भदोही, वाराणसी

गाजीपुर, सोनभद्र, जौनपुर

शिशु मंदिरों में सभी धर्मो का आदर करने के साथ सांस्कृतिक राष्ट्रवाद और संस्कारयुक्त शिक्षा दी जाती है। इसलिए अल्पसंख्यक छात्रों की संख्या में वर्ष दर वर्ष इजाफा हो रहा है।

चिंतामणि सिंह, प्रदेश निरीक्षक, विद्या भारती

किनकी कितनी है संख्या

मुस्लिम स्टूडेंट्स की संख्या कुल 1117 है।

ब्वायज 825 व ग‌र्ल्स की संख्या 282 है

ईसाई समुदाय के स्टूडेंट्स की संख्या 15.

प्रांत में संचालित स्कूलों की संख्या 250

इंटरमीडिएट तक संचालित स्कूलों की संख्या 28

Posted By: Inextlive