दुनियाभर के मुसलमानों की ख्वाहिश रहती है कि वे अपनी जिंदगी में कम से कम एक बार मक्का में हज करने जरूर जाएं। लेकिन इस बार उन्हें एक साल तक इंतजार करना होगा। सऊदी अरब ने कोरोना वायरस महामारी के डर से हज पर मक्का आने वालों बड़े स्तर पर कटौती कर दी है।


दुबई (एपी)। सऊदी अरब ने सोमवार को कहा कि देश में पहले से मौजूद विभिन्न देशों से आए सीमित नागरिकों को मक्का में हज करने की अनुमति दी जाएगी। इस साल बड़े स्तर पर हज दुनिया भर के देशों से आने वाले मुसलमानों को हज पर आने से बड़े पैमाने पर रोक लगाई है। बहुत सारे लोग सालों से हज के लिए पैसे जमा करते हैं। सभी मुसलमानों को जीवन में कम से कम एक बार हज करना जरूरी होता है और इसके जरिए वे अपने जीवन के साभी पापों को धो कर एक अच्छे जीवन की ओर बढ़ते हैं।सबसे ज्यादा इंडोनेशिया से आते हैं हज करने
हज करने के लिए सऊदी अरब और दुनियाभर से 25 लाख लोग आते हैं। सभी के लिए यह बहुत गहरा एवं भावुक अनुभव होता है। सभी कंधे से कंधा मिलाकर मक्का में नमाज अदा करते हैं। वे पांच दिनों तक मक्का में रहकर हज की पवित्र रस्मों को निभाते हैं। हर देश का हज के लिए एक निश्चित कोटा तय है। यह कोटा उस देश में मुस्लिम आबादी के आधार पर तय होता है। इंडोनेशिया से सबसे ज्यादा करीब 221,000 लोग हज पर आते हैं। इसके अलावा मिस्र, पाकिस्तान और भारत जैसे देशों से बड़ी संख्या में लोग आते हैं। हज के लिए एक निश्चित शुल्क अदा करना होता है।

Posted By: Satyendra Kumar Singh