पिछले काफी समय से इस बात की पड़ताल की जा रही थी कि आखिर किस वजह से साइबेरिया के मैदान में 200 फीट गहरे गढ्ढे हो रहे हैं। लेकिन अब इस अबूझ पहली का हल मिल गया है। आइये जानें क्‍या है इन क्रेटर्स का राज...


साइबेरियन गढ्ढों का सचअंग्रेजी वेबसाइट डेलीमेल की रिपोर्ट के अनुसार साइबेरिया के मैदानी क्षेत्रों में बन रहे विशालकाय गढ्ढों के पीछे छुपे रहस्य पर से पर्दा उठ गया है। अब तक कई बार इस बात के कयास लगाये जा चुके हैं कि यह गढ्ढे बेकार मिसायलों, उल्का पिंडों से लेकर एलियन्स की शिप आदि से बने हैं। लेकिन इसी हफ्ते वैज्ञानिकों ने रिसर्च करते हुए पता लगाया है कि यह विशालकाय गढ्ढे ऊपर लिखे कारणों की वजह से नहीं बल्कि जमीन से नेचुरल गैस निकलने की वजह यह विशालकाय क्रेटर बने हैं। झील बनने की प्रक्रिया में क्रेटर
वैज्ञानिकों के अनुसार अक्सर जमीन के बीच में सदियों से जमी बर्फ जब पिघलना शुरु हो जाती है तो गैस को निकलने के लिए कोई जगह नहीं मिलती है। ऐसे में गैस जमीन फाड़कर बाहर निकलती है। इस प्रक्रिया में क्रेटर और जमीन में पानी के स्त्रोतों के आपस में मिलने की वजह से झील का निमार्ण होना शुरु हो जाता है।

Hindi News from Bizarre News Desk

Posted By: Prabha Punj Mishra