कैफी आजमी अकादमी में 'एक मुलाकात नादिरा बब्बर के साथ' कार्यक्रम का आयोजन

LUCKNOW:

कैफी आजमी अकादमी में मंगलवार को मशहूर रंगकर्मी व अभिनेत्री नादिरा बब्बर के साथ युवा रंगकर्मियों ने रंगमंच के बदलते दौर पर बात की। नादिरा बब्बर ने कैफी आजमी अकादमी में 'एक मुलाकात नादिरा बब्बर के साथ' कार्यक्रम में बातचीत के दौरान कहा कि उनके दादा वजीर हसन शहर की जानीमानी हस्ती थे और लखनऊ से उनका गहरा रिश्ता है। नादिरा बब्बर ने कहा कि यहां की आबोहवा से मेरा जज्बाती रिश्ता है और हमेशा लखनऊ आने को तैयार रहती हूं। उन्होंने बताया कि वो शहर में अपनी मां रजिया सज्जाद जहीर के जीवन पर आधारित खुद का लिखा नाटक 'मेरी मां के हाथ' का मंचन करना चाहती हैं। उन्होंने नये रंगकर्मियों को सलाह दी कि दिल लगाकर काम करें और अपनी गलती को पकड़कर उसे सुधारने में ही समझदारी है। इस दौरान भारतेंदु नाट्य अकादमी के पूर्व निदेशक सूर्यमोहन कुलश्रेष्ठ ने कहा कि अब बीएनए को एक उचित निदेशक की जरूरत है। कार्यक्रम में रंगकर्मी अनिल रस्तोगी, रवि खेमू, हेमेन्द्र भाटिया, चित्रा मोहन, अनीता झिंगरन और मालविका हरिओम समेत शहर के कई जानेमाने रंगकर्मियों चर्चा में शामिल रहे।

सांप्रदयिकता को रोकने के लिए गठबंधन जरुरी

कांग्रेस नेता राज बब्बर की पत्‍‌नी और रंगकर्मी नादिरा बब्बर ने कहा कि अगर सांप्रदायिक ताकतों को रोकना है तो उत्तर प्रदेश में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी को एक साथ मिलकर चुनाव में उतरना होगा। मैं अपने पति के इस काम में उनका हाथ बंटाना चाहूंगी और अगर राजबब्बर कहेंगे तो वह यूपी चुनाव में प्रचार भी करेंगी।

Posted By: Inextlive