-जागरण फिल्म फेस्टिवल के दूसरे दिन गुजरे जमाने से रू-ब-रू हुए दर्शक

ALLAHABAD: रुपहले पर्दे पर पुरानी मूवीज को देख वो यादें ताजा हो गई। गुजरे जमाने की मूवीज को जब मल्टीप्लेक्स के रुपहले पर्दे पर देखने को मिलता हैं तो अलग एहसास होता है। कुछ ऐसी ही भूली बिसरी यादें जागरण फिल्म फेस्टिवल सैटरडे को ताजा हो गई। फिल्म नदिया के पार के 'जब तक पूरे न हों फेरे सात तब तक दुल्हन नहीं दुल्हे की' गीत जब मल्टीप्लेक्स के पर्दे पर गूंजा तो दर्शकों की उमंग देखते ही बन रही थी। सैकड़ों की संख्या में मौजूद दर्शकों का उत्साह हर एज ग्रुप के चेहरे पर दिख रहा था।

पुराने गीतों का लिया आंनद

फिल्म नदियां के पार के हर दृश्य और हर डायलाग एवं संाग का सबने खूब आनंद उठाया। मूवी के अभिनेता सचिन व अभिनेत्री साधना सिंह के बीच होने वाले हर संवाद पर कभी ठहाके लगते तो कभी दर्शक की तालियों से हाल गूंज उठता। जागरण फिल्म फेस्टिवल के दूसरे दिन गौतम सिनेमा के अंदर कुछ ऐसा ही देखने को मिला। सुबह से देर शाम तक फेस्टिवल में कुल तीन फिल्में दिखाई गई। वहीं, इस मौके पर दर्शकों का उत्साह और भी बढ़ गया जब उनके बीच अचानक अभिनेता सौरभ शुक्ल पहुंच गए। फिल्म के बीच में दर्शकों से मुखातिब होते हुए अभिनेता ने फिल्म एवं थियेटर से जुड़ी कई महत्वपूर्ण बातें शेयर कीं।

फैमिली के साथ पहुंचे

मल्टीप्लेक्स के रुपहले पर्दे पर सबसे पहले अपने जमाने में राजश्री प्रोडक्शन द्वारा निर्मित ब्लाकबस्टर फिल्म नदिया के पार का प्रदर्शन हुआ। खास बात यह है कि इस मूवी में फिल्माए गए शादी-विवाह एवं पारिवारिक रिश्तों को देखने के लिए कई लोग फैमिली के साथ पहुंचे थे। इसके बाद पर्दे पर आई फिल्म जेड प्लस ने दर्शकों को काफी देर तक गुदगुदाया। अंत में सर्कस की वास्तविकता पर आधारित बॉलीवुड शोमैन राज कपूर की फिल्म मेरा नाम जोकर का प्रदर्शन हुआ।

Posted By: Inextlive