550वें प्रकाश पर्व पर शहर में निकला भव्य नगर कीर्तन

जत्थेदारों ने शबद गायन कर संगत भी निहाल किया

Meerut। 550 वां प्रकाश पर्व गुरु नानक देव जयंती को शहर में मंगलवार को भव्य रूप से मनाया गया। नगर कीर्तन में लोगों ने उत्साह के साथ भागीदारी की। गुरुवाणी का पाठ और कीर्तन करते जत्थे जहां-जहां से गुजरे, माहौल गुरु भक्ति से सराबोर हो गया। गुरुनानक नगर स्थित गुरुद्वारा सचखंड दरबार, थापर नगर गुरु सिंह सभा और कैंट स्थित शीशे वाला गुरुद्वारे की सजावट देखते ही बन रही थी। नगर कीर्तन की शुरुआत सुबह गुरुनानक नगर गुरुद्वारा से हुई।

सुबह 11 बजे से नगर कीर्तन

नगर कीर्तन यात्रा मंगलवार को सुबह 11 बजे गुरुनानक नगर से प्रारंभ हुई, 12 घंटे तक शहर के विभिन्न मार्गो से गुजरते हुए रात में थापर नगर स्थित गुरुद्वारा गुरु सिंह सभा पहुंची। गुरुग्रंथ साहिब की पालकी को सजाने का काम सोमवार दोपहर से आरंभ हो गया था। कोलकाता से आए कारीगर फूलों से पालकी को सजाने में जुटे रहे। लगभग तीन किलोमीटर में नगर कीर्तन को कंट्रोल करने के लिए 50 सेवादार मुस्तैद रहे, वहीं सूचनाओं के आदान-प्रदान के लिए इनके पास वाकी टाकी भी रही।

प्रभात फेरी में उत्साह

घंटाघर कोटला स्थित गुरुद्वारा से निकली प्रभात फेरी में उत्साह से संगत शामिल हुई। ओमप्रकाश, संजय भोला आदि ने सहयोग किया। भैंसाली स्थित गुरुद्वारा माता सीता के सामने कीर्तन समागम हुआ। अखंड और निष्कामी जत्थे ने कीर्तन किया। दिल्ली से आए भाई बिक्रमजीत सिंह गढ़ी ने शबद गायन किया। अमरजीत सिंह एडवोकेट, हरिराय आदि मौजूद रहे।

गंदगी समेटने को थैले वितरित

नगर कीर्तन के यात्रा मार्ग पर जगह-जगह खाने-पीने के स्टाल लगाए गए। संगत को खाने-पीने की वस्तुएं वितरित की गईं। कमेटी के सरपरस्त दविंद्र जीत सिंह नंदा ने कहा कि गंदगी न फैले, इसके लिए स्टालों पर सेवादारों से अपील की गई है कि वह एक थैले में डिस्पोजेबल गिलास और प्लेटें एकत्र करें। इसके लिए बड़े-बड़े थैले वितरित किए गए हैं।

Posted By: Inextlive