11 इलाके नगर निगम की ओर से चिन्हित जहां हो सकता है जलभराव

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पंप नगर निगम ने जलभराव से निपटने के लिए दुरुस्त कराए हैं

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राहत टीम भी बनाई है आपात स्थिति में मौके पर भेजकर कार्रवाई के लिए

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झमाझम बारिश में शहर का एक दर्जन इलाका हो जाता है जलमग्न

कई दिनों तक पानी की निकासी नहीं होने से बढ़ती है परेशानी

उम्मीद जताई जा रही है कि भीषण गर्मी और उमस की मार झेल रहे बनारसियों को एक सप्ताह के अंदर राहत मिलनी शुरू होगी। कारण की मानसून ने रफ्तार पकड़ ली है और सात से दस दिन में वह काशी नगरी में दस्तक दे देगा। लेकिन इस बीच एक बुरी खबर भी है। वह ये कि शहर में 11 ऐसे इलाके चिन्हित हुए हैं जहां बरसात शुरू होते ही स्थिति नारकीय होने वाली है। ये आंकड़ा भी वहीं (नगर निगम)) से जारी किया गया है जिस पर शहर को डूबने से बचाने की जिम्मेदारी है। कारण ये बताया गया है कि इन इलाकों में ड्रेनेज सिस्टम फेल है। नाले-नालियां चोक हैं, जिससे दिक्कत हो सकती है। अब ये अलग बात है कि विभाग इससे निबटने की तैयारी में जुट गया है, लेकिन वह कितना सफल होगा यह तो तभी पता चलेगा जब बाकी शहर के लिए राहत और इन 11 इलाकों के लिए आफत बनकर बरसने वाली बरसात शुरू होगी।

संक्रामक रोग फैलना तय

जलभराव की दशा में पानी सड़ने लगता है। दुर्गध के बीच संक्रामक बीमारियों की आशंका बढ़ जाती है। लाख प्रयास के बाद भी नगर निगम की ओर से समुचित उपाय नहीं होने पर ऐसे विषम हालात को झेलना बड़ी चुनौती बन जाती है। ऐसे में सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि इन इलाकों में बारिश हुई तो फिर परेशानियां बढे़ंगी।

ये हैं चिन्हित इलाके

- वरुणापार जोन में तीन स्थान

मवईयां, पांडेयपुर, रमरेपुर

- दशाश्वमेध जोन में एक

औरंगाबाद

- भेलूपुर जोन में तीन स्थान बजरडीहा, जक्खा, मोती झील

- आदमपुर जोन में दो स्थान

जय प्रकाश नगर, कोनिया

- कोतवाली जोन में दो स्थान तेलियाबाग, लल्लापुरा

यहां भी होता है जलभराव

इंग्लिशिया लाइन, कैंट स्टेशन मार्ग, नेहरू मार्केट, तेलियाबाग, लल्लापुरा, छित्तूपुर, रेलवे कॉलोनी, दोषीपुरा, कमलगढ़हा, औसानगंज, राजापुरा, हनुमान फाटक, तेलियाना, रवींद्र पुरी कालोनी, इस्कान मंदिर, किरहिया रोड, गुलरिया मोड़ (खोजवां), पहडि़या चौराहा गौतम बुद्ध कॉलोनी, नईबस्ती लंका, सामनेघाट, नगवां, साकेत नगर, रोहितनगर, सुंदरपुर, कर्माजीतपुर, करौंदी, सुसुवाही, चितईपुर, अंधरापुल, नई सड़क, कोदई चौकी, गोदौलिया, गुरुबाग, औरंगाबाद, सामनेघाट मार्ग, सारनाथ में संग्रहालय से मूलगंध कुटी बौद्ध मंदिर मार्ग, जापानी बौद्ध मंदिर आदि।

जलभराव से निबटने के लिए नगर निगम ने पूरी तैयारी कर ली है। एक दर्जन पंप दुरुस्त करा लिए गए हैं। एक राहत टीम भी बनाई गई है। अलग से कंट्रोल रूम भी बनाया जाएगा।

अमरेंद्र कुमार, अधिशासी अभियंता, नगर निगम

Posted By: Inextlive