पुराने परिसीमन को ही क्लीयर करने की जद्दोजहद में जुटे अफसर

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ALLAHABAD: आंकड़ों की बाजीगरी से नगर निगम ने परिसीमन का हल निकालने का रास्ता तलाशना शुरू कर दिया है। कुल दस आपत्तियां आने के बाद भी निगम के अफसरों की पूरी कोशिश है कि इसे एज इट इज पास करा दिया जाय। आपत्तियों के निस्तारण में परिसीमन में कोई चेंज न हो।

पार्षद ने भी उठाया है सवाल

परिसीमन पर कुल दस आपत्तियां आई हैं। डिस्टर्ब होने वाले बगल के वार्ड को मैनेज करना जिम्मेदारों के लिए मुसीबत भरा होगा। पार्षद सत्येंद्र चोपड़ा ने भी परिसीमन की प्रक्रिया पर सवाल उठाया है। कहा है कि परिसीमन की तैयारी चल रही है। इसी बीच रैपिड सर्वे भी कराया गया है। उसमें भी प्राप्त आपत्तियों का निस्तारण किया जाएगा। जब दूसरे वार्ड को काट कर आपत्तियां ठीक की जाएंगी तो बढ़ने या घटने वाली जनसंख्या कहां जाएगी? अभी तक परिसीमन पूरा न होने व उठ रहे सवाल पर मेयर अभिलाषा गुप्ता ने भी व्यवस्था को ही आड़े हाथ लिया। मेयर ने कहा कि रैपिड सर्वे में ओबीसी की जनसंख्या में काफी खेल हुआ है। पुरा मनोहर दास की जनसंख्या रैपिड सर्वे में 6200 व करेली वार्ड 79 की आबादी 5700 और करेलाबाग की आबादी 5100 दिखाई गई थी। अब आपत्ति निस्तारण के नाम पर अचानक आबादी को कम करके तीन हजार कर दिया गया। सवाल उठाया कि बाकी आबादी कहां गई? रैपिड सर्वे व परिसीमन में छह-छह महीने लगते हैं। वर्ष 2011 की जनगणना पर जब चुनाव हो रहा है तो कुछ कराना ही नहीं चाहिए था। इलाहाबाद शहर ओबीसी सीट नहीं हो सकता। 27 परसेंट ओबीसी मांगता है। 11 लाख के करीब जनसंख्या है। सवा तीन लाख आबादी होनी चाहिए। दो लाख छह हजार आबादी आ रही है ओबीसी की। पिछड़ा जब बन ही नहीं सकता तो संघर्ष क्यों?

कुछ इस तरह से हुआ है खेल

केस-1

पूर्व में तैयार परिसीमन रिपोर्ट पर दरियाबाद निवासी समाज सेवी एहतेशाम रिजवी और पार्षद संजय गुप्ता की ओर से दी गई आपत्ति में कहा गया है कि मीरापुर और दरियाबाद वार्ड सटे हुए हैं। दरियाबाद की ढाई हजार आबादी मीरापुर में डाल दी गई है जबकि मीरापुर की आबादी पहले से साढ़े बारह हजार थी। मीरापुर के पार्षद संजय गुप्ता ने सवाल उठाया है कि उनके वार्ड में आबादी को क्यों बढ़ा दी गई?

केस-2

ममफोर्डगंज की पार्षद पुष्पा कुशवाहा के वार्ड में पार्षद रमा दीक्षित और पार्षद भोला तिवारी के वार्ड के एरिया को लाकर जोड़ दिया गया है। एक वार्ड के बीच से एक-एक, दो-दो मोहल्ले को उठा कर उसकी आबादी को दूसरे वार्ड में जोड़ दिया गया है। जिस पर पार्षद पुष्पा कुशवाहा ने सवाल उठाया है।

केस-3

पार्षद आनंद सिंह के वार्ड में उठा कर भुलई का पुरा रंजिता पासी के वार्ड को डाल दिया गया। ट्रांसपोर्ट नगर का वार्ड कन्हईपुर उठा कर प्रीतमनगर में जोड़ दिया गया। इस तरह से उठा-उठा कर वार्ड की आबादी को घटाया-बढ़ाया नहीं जा सकता है।

आपत्तियों को निस्तारित कर नए सिरे से परिसीमन रिपोर्ट तैयार कराई जा रही है। शासन से विशेष अनुमति लेकर समय लिया गया है। जल्द ही रिपोर्ट फाइनल कर दिया जाएगा। मानक के आधार पर ही परिसीमन कराया जा रहा है।

संजय कुमार सिंह

अपर नगर आयुक्त

Posted By: Inextlive