निगम में सालों से जमे बाबू-अधिकारियों का तैयार होगा चिठ्ठा
-5 हजार करीब निगम का कुल स्टॉफ
-25 फीसदी करीब वर्षो से जमे -8 कुल जोन - पार्षदों की मांग पर मेयर ने जारी किए निर्देश - हर विभाग की अलग-अलग लिस्ट होगी तैयार LUCKNOW: नगर निगम में वर्षो से जमे अधिकारियों और बाबुओं की लिस्ट तैयार किए जाने का काम जल्द ही शुरू होने वाला है। इस दिशा में मेयर की ओर से निर्देश भी जारी कर दिए गए हैं। खास बात यह है कि यह लिस्ट विभागवार तैयार कराई जाएगी। जिससे कोई भी अधिकारी-बाबू बच न पाए। सदन में उठा था मुद्दागुरुवार को आयोजित बजट सदन में एक दर्जन से अधिक पार्षदों ने वर्षो से जमे अधिकारियों और बाबुओं का मुद्दा उठाया था। पार्षदों का कहना था कि वर्षो से जमे होने के कारण ये लोग काम नहीं कर रहे हैं बल्कि निगम में भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे हैं। इनकी वजह से जनता परेशान हो रही है। जरूरी है कि इन्हें सभी को तत्काल हटाया जाए। सदन में मौजूद सभी पार्षदों ने एक स्वर में इस प्रस्ताव का समर्थन किया था।
मांग पर उठाया कदमपार्षदों की मांग को ध्यान में रखते हुए मेयर की ओर से इस दिशा में कदम उठाया गया है। मेयर ने तत्काल ऐसे अधिकारियों और बाबुओं की लिस्ट बनाने के निर्देश दिए हैं, जो वर्षो से कुर्सियों पर जमे हुए हैं। ऐसे लोगों की भी लिस्ट तैयार कराई जा रही है, जो फील्डवर्क का काम भी देखते हैं।
मिलेगी राहत अगर यह कदम सफल होता है तो निश्चित रूप से निगम की कार्यप्रणाली में असर देखने को मिल सकता है। नए अधिकारियों और बाबुओं के आने से वे फील्ड में कुछ नया करने का प्रयास करेंगे। जिससे जनता को राहत मिल सकती है। अधिकतर विभाग की स्थिति जानकारी के अनुसार, निगम के अधिकतर विभागों में बाबू वर्षो से जमे हुए हैं। इनका कभी स्थानांतरण हुआ ही नहीं है। लिस्ट बन जाने के बाद इनके चेहरे भी सामने आ जाएंगे। जिसके बाद इन्हें दूसरी जिम्मेदारियां दी जा सकेंगी। जानकारी के अनुसार, कर विभाग, प्रचार, मार्ग प्रकाश, अभियंत्रण समेत कई विभागों में बाबू, कर्मचारी और चपरासी सालों से जमे हुए हैं। अब तीन पर फैसलापार्षदों की मांग पर जल्द ही तीन अपर नगर आयुक्तों पर भी फैसला होगा। वर्तमान समय में निगम में छह अपर नगर आयुक्त कार्यरत हैं। इनमें पीके श्रीवास्तव, अनिल मिश्रा, नंदलाल, मनोज कुमार सिंह, अरविंद राव, अनूप बाजपेई। इनमें से दो अपर नगर आयुक्त जोनल अधिकारियों की भूमिका में भी हैं। सदन में उठे प्रस्ताव के बाद जल्द ही तीन अपर नगर आयुक्तों के नाम पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
वर्जन (फोटो पी में अभिषेक मिश्रा के फोल्डर से) यह बात सही है कि निगम के अधिकतर विभागों में वर्षो से अधिकारी-बाबू डटे हुए हैं। इनकी वजह से कहीं न कहीं भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिल रहा है। इन्हें तत्काल हटाया जाना चाहिए। ममता चौधरी, नेता सदन, कांग्रेस वर्जन हम तो पहले से ही मांग कर रहे हैं कि वर्षो से जमे अधिकारियों और बाबुओं को हटाया जाए। जिससे निगम की कार्यप्रणाली में सुधार आ सके। अगर जल्द कदम न उठाया गया तो सामान्य सदन में इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया जाएगा। सैय्यद यावर हुसैन रेशू, नेता सदन, सपा वर्जन सदन में पार्षदों की ओर से रखी गई मांग के आधार पर ऐसे अधिकारियों और बाबुओं की लिस्ट तैयार कराई जा रही है, जो वर्षो से कार्यरत हैं। लिस्ट बनने के बाद अगले कदम उठाए जाएंगे। संयुक्ता भाटिया, मेयर