मेयर बनी अभिलाषा गुप्ता नंदी के लिए इस बार का चुनाव 2012 के चुनाव के मुकाबले अधिक फायदेमंद रहा। इस बार उनको वोट ज्यादा मिले साथ ही जीत का अंतर भी बढ़ गया। मिले वोट और जीत का अंतर पिछले चुनाव के ग्राफ के आसपास ही रहा।


पिछले चुनाव से मिले अधिक वोट
allahabad@inext.co.in ALLAHABAD: मेयर बनी अभिलाषा गुप्ता नंदी के लिए इस बार का चुनाव 2012 के चुनाव के मुकाबले अधिक फायदेमंद रहा। इस बार उनको वोट ज्यादा मिले, साथ ही जीत का अंतर भी बढ़ गया। मिले वोट और जीत का अंतर पिछले चुनाव के ग्राफ के आसपास ही रहा। दोनों में बहुत अधिक अंतर नही रहा। हालांकि, जिस भाजपा कैंडिडेट को अभिलाषा ने पिछले चुनाव में हराया था, इस बार उसी भाजपा के टिकट ने उनकी नैय्या पार लगाई है। थोड़े ही सही लेकिन आगे बढ़े कदम वर्ष 2012 के चुनाव में अभिलाषा गुप्ता बसपा समर्थित थी और इस चुनाव में कुल 303256 वोट पड़े थे। इस चुनाव में कुल 29 प्रत्याशी मैदान में थे और इनमें से अकेले अभिलाषा को 108146 वोट हासिल हुए। उन्होंने भाजपा प्रत्याशी को 59555 वोट से हराया था। भाजपा की कमला सिंह को 48591 वोट मिले थे। इस बार उन्होंने सपा के विनोद चंद्र दुबे को 63384 वोट से हराया है। चुनाव में जीत की तुलना 2012 में अभिलाषा को मिले वोट- 108146 2017 में अभिलाषा को मिले वोट- 131297 2012 में जीत का अंतर- 59555 2017 में जीत का अंतर- 63384 2017 में जीत के अंतर में बढ़े कुल वोट- 3829


2017 में मिले वोट में बढ़े हुए मत- 23151 चौथे नंबर पर खिसक गई बसपा पिछले नगर निगम चुनाव में बसपा समर्थित प्रत्याशी को भारी भरकम जीत मिली थी जबकि इस बार इस पार्टी का अधिकृत प्रत्याशी को चौथे नंबर पर संतोष करना पड़ा। इससे उनको मिले वोट में भारी अंतर पड़ा। पिछले चुनाव में एक नंबर पर रहने पर एक लाख से अधिक वोट मिले थे जबकि इस बार बसपा प्रत्याशी रमेश चंद्र केसरवानी को 24969 वोट से संतोष करना पड़ा। इससे साफ है कि बसपा के वोटों का ग्राफ तेजी से गिरा है। वही 2012 चुनाव में कांग्रेस समर्थित श्री बधावन को 16110 वोट मिले थे जो इस बार बढ़कर 64579 हो गए हैं। इस चुनाव में कांग्रेस को निश्चित तौर पर फायदा हुआ है। अपने मेयर को जानें नाम- अभिलाषा गुप्ता नंदी पिता- अशोक कुमार, बिजनेसमैन पैतृक निवास- मानसरोवर पति- नंदगोपाल गुप्ता नंदी, उप्र भाजपा सरकार में कैबिनेट मंत्री हाईस्कूल- इंडियन ग‌र्ल्स इंटर कॉलेज इंटरमीडिएट- इंडियन ग‌र्ल्स इंटर कॉलेज ग्रेजुएशन- इलाहाबाद विवि 2012 में पहली बार मेयर पद पर चुनी गई। तब निर्दल प्रत्याशी थीं, बसपा ने समर्थन दिया था। 2017 में भाजपा के टिकट से जीत हासिल की

Posted By: Inextlive