नकटिया पुल पर लगा भीषण जाम, तीन घंटे फंसे रहे स्कूली बच्चे
-वन-वे चला ट्रैफिक, जाम में फंसकर स्कूली बच्चे और वाहन सवार हुए परेशान
-नए पुल बनाए जाने का चल रहा है काम, आधे रोड पर डाल रखी है मिट्टी 6 स्कूल्स की बसें सुबह 3 घंटा तक फंसी रही जाम में 3 घंटे तक लगा रहा जाम 1 हजार करीब स्टूडेंट्स बसों में थे सवार 8 बजे स्कूल का मार्निंग में पहुंचना था स्कूल 11 बजे के बाद स्कूल पहुंच पाए बच्चेबरेली: बीसलपुर रोड स्थित नकटिया पुल पर मंडे सुबह भीषण जाम लग गया जिसमें छह स्कूली बसें और कई और दूसरे वाहन तीन घंटे तक फंसे रहे। जाम के कारण स्कूली बच्चों, टीचर्स और दूसरे वान सवारों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। जाम का आलम यह था कि बच्चों को सुबह 8 बजे स्कूल पहुंचना था, लेकिन वे 11 बजे के बाद स्कूल पहुंचे। वहीं मौके पर टै्रफिक पुलिस का एक भी सिपाही नहीं पहुंचा। जबकि होमगार्ड 9:30 बजे पहुंचा जिसने कड़ी मशक्कत के बाद जाम खुलवाया।
बच्चों का छूटा सिलेबसजाम में फंसी स्कूली बसें करीब 11 बजे के बाद स्कूल पहुंची। बच्चों के देरी से स्कूल पहुंचने पर प्रिंसिपल ने प्रॉब्लम सुनने के बाद स्कूल में एंट्री तो दे दिया, लेकिन देरी की वजह से उनका सिलेबस छूट गया। एग्जाम पास होने से कई बच्चे परेशान दिखे। हालांकि प्रिंसिपल ने एक्स्ट्रा क्लास लगाकर सिलेबस पूरा कराने की बात कही है।
मिट्टी फेंकने से रास्ता बंद बीसलपुर रोड पर नकटिया नदी का पुल संकरा होने के चलते वहां पर नए पुल का निर्माण किया जा रहा है। पुल का निर्माण कार्य भी लगभग पूरा हो चुका है। लेकिन इस दौरान नए पुल के लिए आई मिट्टी को पुराने पुल के सामने आधे रोड तक फेंक दिया गया है। जिससे सिर्फ एक साइड से वाहन निकल पा रहे थे। जिससे घंटों तक जाम लगा रहा। -पुल का निर्माण कार्य पूरा होने को है। अब काम चल रहा है इसीलिए वहां से निकलने वालों को प्रॉब्लम हो रही होगी। जल्द ही नया पुल शुरू होते ही प्रॉब्लम खत्म हो जाएगी। वीके सेन, परियोजना प्रबंधक सेतू निगम -स्कूल सुबह आठ बजे का है लेकिन नकटिया पुल पर जाम में फंस गए जिससे कुछ बसें तो 9 बजे और कुछ तो दस बजे के बाद पहुंची। इससे बच्चों को तो प्रॉब्लम हुई है और पढ़ाई भी नहीं हो सकी। पुल निर्माण में तेजी लाई जानी चाहिए। आरसी धस्माना, प्रिंसिपल, राधा माधव पब्लिक स्कूल-नकटिया पुल पर अधिक जाम था, सुबह को मैं खुद निकला तो लम्बा जमा देखकर दूसरे रास्ते से कॉलेज पहुंचा लेकिन देर हो गई। बच्चों को स्कूल ले जा रही बसें भी फंसी थी। जाम से निकलकर बच्चे स्कूल पहुंचे तो दो घंटे तक देर हो गई थी।
डॉ। राजकुमार शर्मा, डायरेक्टर एसआर इंटरनेशल स्कूल -स्कूल बच्चों को सुबह छोड़ने के लिए निकला तो भी जाम में फंस गया। सुबह दो घंटा जाम में फंसा रहा, लेकिन स्कूल बच्चों को छोड़कर आया लेकिन पढ़ाई नुकसान हुआ है। इसके लिए प्रशासन को कुछ करना चाहिए। अविनाश भटनागर, पेरेंट्स -स्कूल जाने के लिए निकला लेकिन दो घंटा देरी से पहुंचा। ऐसे में पढ़ाई तो खराब हुई है। अब वह किसी दूसरे साथी से पूछनी होगी। ऐसे में मुश्किल होती है कि जाम में बस फंस जाए, इसके लिए कुछ करना चाहिए। संभव, स्टूडेंट