- रीयल एस्टेट कारोबार में मंदी से आगरा डेवलपमेंट भी प्रभावित

आगरा। रीयल एस्टेट पर मंदी की काली छाया छटने का नाम नहीं ले रही है। केंद्र सरकार का रियल एस्टेट कारोबार में कर में छूट देने का प्रावधान भी नाकाफी साबित होता दिख रहा है। एडीए में नक्शा पास कराने वालों की संख्या में लगातार गिरावट आ रही है। पिछले वर्ष के कंपेरिजन में नक्शा के लिए किए आवेदनों की संख्या आधे से भी कम रह गई है।

तीन साल में आए आवेदन

वर्ष आवेदन

2016-17 2900

2017-18 3246

2018-19 1076

करीब 80 परसेंट एप्लीकेशन इंडिविजुअल

चीफ टाउन प्लानर का कहना है कि इन दिनों अधिकांश नक्शा पास कराए जाने वालों में व्यक्तिगत लोग शामिल हैं। 20 प्रतिशत ही बिल्डर किसी प्रोजेक्ट का नक्शा पास कराए जाने के लिए आवेदन कर रहे हैं।

मजदूर से लेकर इंजीनियर तक प्रभावित

रीयल एस्टेट कारोबार में आई मंदी से हर वर्ग प्रभावित है। रेरा के चलते भी कई बिल्डरों ने इस कारोबार से दूरी बना ली है। चाहे फिर मजदूर वर्ग का व्यक्ति हो या फिर व्यापारी। अगर रीयल एस्टेट का कारोबार ठीक से चलता है, तो सभी को रोजगार मिलता है। इंजीनियर से लेकर व्यापारी, मजदूर, राजमिस्त्री सभी के लिए यह कारोबार फायदेमंद होता है।

नक्शा पास की नहीं जरूरत

40 वर्ग मीटर का अगर आपका प्लॉट है और आप मकान बनाना चाहते हैं, तो आपको एडीए से नक्शा पास कराए जाने की जरूरत नहीं है। अगर इससे ऊपर का प्लॉट है, तो आपको नक्शा पास कराना ही होगा।

Posted By: Inextlive