-साहिबगंज में केंद्रीय मंत्री उमा भारती और सीएम रघुवर दास ने किया परियोजना का शुभारंभ

-300 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास, केंद्र देगी ज्यादातर राशि

-सीएम ने तीन वर्ष में काम करने का दिया भरोसा

- झारखंड के तर्ज पर ही चार राज्यों में होगा काम

-मई के अंतिम या जून प्रथम सप्ताह में पीएम करेंगे गंगा पुल का शिलान्यास

साहिबगंज : झारखंड के साहिबगंज से सोमवार को नमामि गंगे परियोजना का शुभारंभ रेलवे इंस्टीट्यूट में सोमवार को केंद्रीय जल संसाधन, नदी विकास सह गंगा संरक्षण मंत्रालय की मंत्री उमा भारती और प्रदेश के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने संयुक्त रूप से बटन दबाकर किया। इस मौके पर दोनों ने अपने अभिभाषण में कहा कि झारखंड नमामि गंगे अभियान का रोल मॉडल बनेगा। झारखंड के तर्ज पर ही देश के चार और राज्य जहां से गंगा गुजरती है वहां भी इस योजना को सतह पर उतारा जाएगा। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने मौजूद जनप्रतिनिधियों को इस योजना को तीन वर्ष में पूरा करने का भरोसा दिया।

साहिबगंज में 9 योजनाएं

सभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती ने कहा कि नमामि गंगे परियोजना के तहत साहिबगंज जिले में कुल नौ योजनाएं मूर्त रूप लेंगी। इस पर कुल 300 करोड़ की राशि खर्च होगी। इसमें 255 करोड़ की राशि केंद्र सरकार देगी व लगभग 45 करोड़ रुपए राज्य सरकार को लगाना है। नमामि गंगे परियोजना की पूरी राशि केंद्र सरकार वहन करेगी, केवल साहिबगंज शहरी क्षेत्र में बनने वाले सिवरेज सिस्टम में राज्य सरकार को कुल 45 करोड़ की राशि देनी होगी।

13 मई को पुल का टेंडर

मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि साहिबगंज में जल्द ही विकास दिखने लगेगा। 13 मई को गंगा पुल का टेंडर फाइनल होना है। इसके बाद मई के अंतिम या जून के प्रथम सप्ताह में कभी भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यहां आकार पुल का शिलान्यास करेंगे। साथ ही बंदरगाह के लिए केंद्रीय जल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने 115 करोड़ की राशि विमुक्त कर दी है। बंदरगाह बनने से यहां जलमार्ग का रास्ता खुल जाएगा जिससे यह जिला एक व्यावसायिक केंद्र बन जाएगा। स्थानीय विधायक अनंत ओझा ने कहा कि साहिबगंज वासियों का सपना आज साकार हुआ। उन्होंने उमा भारती को समय से छह दिन पूर्व अक्षय तृतीया के शुभ दिन पर इस योजना की शुरुआत के लिए धन्यवाद दिया। कहा कि बगैर जनसहभागिता के इस पुनीत कार्य को पूरा नहीं किया जा सकता था।

Posted By: Inextlive