केंद्र सरकार ने देश के प्रतिभाशाली युवाओं के लिए कृषि अंतरिक्ष परमाणु ऊर्जा और रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन डीआरडीओ सहित कई क्षेत्रों को खोला है। यह बातें पीएम मादी ने शिक्षा क्षेत्र के बजट के कार्यान्वयन पर वेबिनार में कही हैं।


नई दिल्ली (एएनआई)। प्रधामनंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को शिक्षा क्षेत्र में केंद्रीय बजट 2021 के क्रियान्वयन पर एक वेबिनार को संबोधित किया। इस अवसर पर पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत के निर्माण के लिए देश के युवाओं में आत्मविश्वास उतना ही जरूरी है। आत्मविश्वास तभी आता है, जब युवा को अपनी शिक्षा, अपनी ज्ञान पर पूरा विश्वास हो। ज्ञान और अनुसंधान को सीमाओं के भीतर रखना राष्ट्र के साथ अन्याय है। इस मानसिकता के साथ, हम अपने देश के प्रतिभाशाली युवाओं के लिए कृषि, अंतरिक्ष, परमाणु ऊर्जा और रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) सहित कई क्षेत्रों को खोल रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि इस वर्ष के बजट में, सरकार ने संस्थानों के निर्माण और उनकी पहुंच पर अधिक ध्यान दिया है।युवाओं और उद्योग को मजबूत करेगा


भारत में पहली बार, हम 50,000 करोड़ रुपये की लागत से एक राष्ट्रीय अनुसंधान फाउंडेशन विकसित कर रहे हैं। प्रौद्योगिकी क्षेत्र में सुधारों के बारे में बात करते हुए, पीएम मोदी ने कहा, भारत में स्टार्ट-अप के लिए हैकथॉन की एक नई परंपरा है। यह युवाओं और उद्योग दोनों को मजबूत करेगा। नेशनल इनिशिएटिव फॉर डेवलपिंग एंड हारनेसिंग इनोवेशन के तहत 3,500 से अधिक स्टार्टअप का पोषण किया गया है।

भाषाई बाधा से बाहर आना जरूरी

वैश्विक मांग के साथ वैश्विक कौशल के साथ युवाओं को प्रशिक्षित करने के लिए सर्वोत्तम प्रथाओं को अपनाने के लिए संस्थानों से आग्रह करते हुए, पीएम मोदी ने कहा, शिक्षा क्षेत्र में संस्थानों और व्यक्तियों को भारत में अंतर्राष्ट्रीय परिसरों को लाने और सबसे अच्छा अपनाने के लिए मिलकर काम करना होगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत भर में किसी की प्रतिभा का उपयोग करने के लिए भाषाई बाधा से बाहर आना जरूरी है।

Posted By: Shweta Mishra