प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल देश के युवा उद्यमियों और ज़मीनी स्तर पर उद्यमों हेतु बड़ा कदम उठाया है। उन्‍होंने 'स्टार्ट अप मूवमेंट' की शुरुआत की है। भारत में इस नई पहल के लिए आयोजित कार्यक्रम में देश-विदेश से आए हुए सीईओ और बड़ी कंपनियों के फाउंडर भी मौजूद रहे। वहीं युवाओं में भी इस नए मूवमेंट की शुरूआत को लेकर काफी क्रेज छाया रहा।


ये लोग रहे उपस्थित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल अपने'स्टार्ट अप मूवमेंट' की शुरूआत कर दी है। उन्होंने शाम को इसे लॉन्च कर उद्यमिता को बढ़ावा देने और उसके अनुकूल वातावरण तैयार करने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। इसकी लॉन्चिंग के दौरान वित्तमंत्री अरूण जेटली, सॉफ्टबैंक के मासायोशी सॉन, प्रैक्टो के शशांक एन.डी., वीवर्क के एडम न्यूमैन, पेपरबोट के नीरज कक्कड़ और ओयो के रितेश आदि उपस्थित रहे। ग्रेऑरैंज के समय कोहली, लाइमरोड की सुचि मुखर्जी, इनमोबी के नवीन तिवारी, ओसिमम की अनुराधा आचार्य समेत देश-विदेश से आए हुए सीईओ और दूसरी बड़ी कंपनियों के फाउंडर भी मौजूद रहे। सबने प्रधानमंत्री की इस नई पहल की काफी प्रशंसा की। प्रधानमंत्री ने नए उद्यमियों के लिए 10,000 करोड़ रुपये के कोष की भी घोषणा की। छूट जैसी सुविधाएं


इसके साथ ही अपने संबोधन में कहा कि उनकी व उनकी सरकार की कोशिश स्टार्ट-अप्स से संबंधित सभी कानूनों को एकसाथ लाने की है। जिसके लिए युवाओं को भी आगे आना होगा। वे ज्यादा से ज्यादा इंटरनेट का प्रयोग करें और भविष्य व अधिकारों के प्रति जागरूक हो। युवा रोजगार मांगने की बजाय रोजगार प्रदाता बनें। एक युवा अपने साथ अपने कई बेरोजगार साथियों को रोजगार प्रदान कर उसके व देश के भविष्य को मजबूत करे। इसके लिए केंद्र सरकार हर कदम उनके साथ है।स्टार्ट अप मूवमेंट' के तहत उद्यम पूंजी निवेश पर पूंजीगत लाभ शुल्क से छूट जैसी सुविधाएं शामिल हैं। इसके अलावा तीन वर्षों तक किसी तरह से कोई कर वसूली नहीं होगी। सबसे खास बात तो यह है कि उद्यमी को स्वसत्यापन करना होगा। इसके निरीक्षण से तीन वर्ष की छूट होगी। इसके तहत एक ऑनलाइन पोर्टल और मोबाइल एप, पेटेंट आवेदन शुल्क में 80 प्रतिशत की कटौती और मदद के लिए एक केंद्र भी शामिल शामिल होगा।नए उद्यमियों को बढ़ावा

इतना ही नहीं नए उद्यमियों  को सरकारी खरीदारी में समान अवसर, 500 करोड़ रुपये की क्रेडिट गारंटी योजना और आसान एक्जिट नियमों का भी पूरा लाभ मिलेगा। इसके साथ ही इस मूवमेंट के तहत साझेदारी मोड के तहत 35 नए इनक्यूबेटर, राष्ट्रीय संस्थानों में 31 नए नवाचार केंद्र शामिल होंगे। इसके अलावा सात नए अनुसंधान पार्क, पांच बायो-क्लस्टर और सेक्टर केंद्रित इनक्यूबेटर, प्रयोगशाला का लाभ भी नए उद्यमियों को मिलेगा। इनक्यूबेशन पूर्व प्रशिक्षण और बीज धन सहित एक मिशन भी इसमें शामिल हुआ है। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर अपने संबोधन में इस अभियान की घोषणा की थी।

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Posted By: Shweta Mishra