NASA SpaceX's DART: First Test Mission to Defend Planet Earth: धरती को छुद्रग्रह और धूमकेतू के संभावित खतरों से बचाने के उद्देश्‍य से नासा और स्‍पेस एक्‍स ने मिलकर एक टेस्‍ट मिशन लॉन्‍च किया है। जो भविष्‍य की इस नई तकनीक‍ि का परीक्षण करेगा।

वाशिंगटन (एएनआई): NASA, SpaceX's DART: First Test Mission to Defend Planet Earth: Double Asteroid Redirection Test यानि डार्ट नासा और स्‍पेसएक्‍स द्वारा विकसित किया गया दुनिया का पहला टेस्‍ट मिशन है, जो संभावित क्षुद्रग्रह या धूमकेतु के खतरों के खिलाफ पृथ्वी की रक्षा के लिए प्रौद्योगिकी का परीक्षण करेगा। DART मिशन बुधवार को कैलिफोर्निया के वैंडेनबर्ग स्पेस फोर्स बेस से स्पेसएक्स फाल्कन 9 रॉकेट पर सवार होकर ईस्‍टर्न टाइम सुबह 1 बजकर 31 मिनट पर लॉन्‍च किया गया।

धरती को एस्टेरॉयड से करेगा डार्ट
बता दें कि नासा का यह स्‍पेस मिशन प्‍लैनेट अर्थ की रक्षा रणनीति का एक अहम हिस्‍सा है। डार्ट - लॉरेल, मैरीलैंड में जॉन्स हॉपकिन्स एप्लाइड फिजिक्स लेबोरेटरी (एपीएल) द्वारा निर्मित किया है और अपने टेस्‍ट मिशन के दौरान यह एक ऐसे छुद्रग्रह को टक्‍कर मारेगा, जो धरती के लिए खतरा नहीं है। इस टक्‍कर से उस एस्‍टेरॉयड की दिशा में हुए छोटे से बड़े बदलाव को धरती पर मौजूद टेलिस्‍कोप की मदद से बारीकी से जांचा जाएगा।

Asteroid Dimorphos: we're coming for you!
Riding a @SpaceX Falcon 9 rocket, our #DARTMission blasted off at 1:21am EST (06:21 UTC), launching the world's first mission to test asteroid-deflecting technology. pic.twitter.com/FRj1hMyzgH

— NASA (@NASA) November 24, 2021

काइनेटिक इम्‍पैक्‍ट से छुद्रग्रह को धकेलने में सक्षम है डार्ट
नासा और स्‍पेसएक्‍स का डार्ट मिशन यह दिखाएगा कि एक स्‍पेसक्राफ्ट अपने आप ही किसी एस्‍टेरॉयड तक पहुंचेगा और उसे टक्‍कर मारकर उसकी दिशा बदल देगा, ताकि वो धरती को कोई नुकसान पहुंचा सके। स्‍पेसक्राफ्ट की यह तकनीकि काइनेटिक इम्‍पैक्‍ट कहलाती है। डार्ट स्‍पेसक्राफ्ट के साथ मौजूद LICIACube जो कि इटैलियन स्‍पेस एजेंसी द्वारा दिया गया है। यह एस्‍टेरॉयड में टकराने से पहले ही डार्ट से अगल हो जाएगा, ताकि वो टक्‍कर के प्रभाव और उससे उठने वाले धुंए और बादल की तस्‍वीरें ले सके। इस वीडियो में देखें, कि कैसे काम करेगा डार्ट मिशन?

COMING UP: #DARTMission launch! 🚀
Our first test of #PlanetaryDefense is set to lift off at 1:21am ET (06:21 UTC) to attempt to change the motion of a non-threatening asteroid. Tune in at 12:30am ET (05:30 UTC) for live coverage: https://t.co/z1RgZwQkWS pic.twitter.com/qiOjrLLquM

— NASA (@NASA) November 24, 2021

सितंबर 2022 के अंत में एस्‍टेरॉयड से टकराएगा डार्ट
बता दें कि डार्ट अंतरिक्ष यान 26 सितंबर और 1 अक्टूबर, 2022 के बीच डिडिमोस एस्‍टेरॉयड सिस्टम को इंटरसेप्ट करेगा और जानबूझकर डिमोर्फोस में लगभग 4 मील प्रति सेकंड (6 किलोमीटर प्रति सेकंड) की रफ्तार से टकराएगा। वैज्ञानिकों का अनुमान है कि काईनेटिक इम्‍पैक्‍ट डिडिमोस के चारों ओर डिमॉर्फोस एस्‍टेरॉयड की कक्षा को कई मिनटों तक छोटा कर देगा। तब तक यह स्‍पेस्‍क्राफ्ट धरती के कक्षा में करीब 10 महीने तक चक्‍कर लगाएगा और सही समय का इंतजार करेगा। डार्ट के बारे में बात करते हुए, नासा के एडमिनिस्‍ट्रेटर बिल नेल्सन ने कहा, "डार्ट साइंस फिक्‍शन को साइंस फैक्‍ट में बदल रहा है। यह साबित करता है कि नासा दुनिया के हित में हमेशा नए नए इनोवेशन करता है। उन्‍होंने कहा कि डार्ट मिशन यह साबित करने में मदद करेगा कि अगर कोई एस्‍टेरॉयड धरती को नुकसान पहुंचा सकता है तो हम उसे धरती से दूर करने को क्षमता रखते हैं।

Posted By: Chandramohan Mishra