विदेशी टीमों की तरह भारत में भी दो कप्तान बनाए जाने का फार्मूला काम नहीं करेगा। यह कहना है पूर्व इंग्लिश क्रिकेटर नासिर हुसैन का। वह कहते हैं टीम इंडिया में विराट की बादशाहत चलती है।

नई दिल्ली (पीटीआई)। विराट कोहली जैसा इंसान अपनी पॉवर को शेयर करने में सहज महसूस नहीं करेगा। इसलिए भारत में 'स्प्लिट कप्तानी' का फार्मूला फिट नहीं हो सकता। यह कहना है पूर्व इंग्लिश कप्तान नासिर हुसैन का। उन्हें लगता है कि भारतीय टीम प्रबंधन अक्सर चयन में गड़बड़ करता है। इसका खामियाजा उन्हें न्यूजीलैंड के खिलाफ 2019 विश्व कप सेमीफाइनल में हार से भुगतना पड़ा। हुसैन का यह बयान तब आया, जब बुधवार को पूर्व भारतीय क्रिकेटर युवराज सिंह ने टीम इंडिया मैनेजमेंट पर सवाल खड़े किए। युवी का कहना था कि, वह जानना चाहते हैं कि वर्तमान भारतीय कोचिंग स्टाफ रवि शास्त्री की अगुवाई में विभिन्न मानसिकता के खिलाडिय़ों के साथ कैसा व्यवहार कर रहा है।

भारत में नहीं काम करेगी 'स्प्लिट कप्तानी'

इसी कड़ी में अब नासिर हुसैन ने भारत में 'स्प्लिट कप्तानी' का मुद्दा उठा दिया। यह पूछे जाने पर कि स्प्लिट कप्तानी भारत में काम कर सकती है, जैसा इंग्लैंड में हुआ, हुसैन ने आत्मविश्वास नहीं दिखाया। हुसैन ने क्रिकबज पर एक पॉडकास्ट के दौरान कहा, 'यह चरित्र पर निर्भर करता है, विराट कोहली जैसी शख्सियत पर यह काम नहीं करेगा। वह किसी और को पॉवर सौंपना नहीं चाहेगा। इंग्लैंड के साथ, हमारे पास (इयॉन) मोर्गन और (जो) रूट हैं, दोनों ही अपना काम बेहतरी से करते हैं। हालांकि, स्प्लिट कोचिंग एक बुरा विचार नहीं है, हुसैन ने कहा, विश्व क्रिकेट में यह काफी कारगर साबित हुआ है।

युवी के बयान के बाद बोले नासिर

भारत के सलेक्शन पैनल पर सवाल उठाते हुए हुसैन कहते हैं, 'टीम इंडिया अभी तक नंबर 4 का बल्लेबाज नहीं ढूंढ पाई, जबकि उनके पास काफी टैलेंट है। भारत में किसी खिलाड़ी को दो मौके दिए जाते हैं, अगर वह फेल हुआ तो उसको बाहर कर किसी नए को बुला लेते हैं। यह प्रक्रिया काफी समय से चल रही।' हुसैन ने यह बात युवी के उस बयान के बाद दी, जिसमें भारतीय सिक्सर किंग ने भारत के वर्ल्डकप हार की वजह गलत टीम सलेक्शन को बताया। युवी कहते हैं, '2019 विश्व कप के दौरान चयन चौंकाने वाला था। आपको उन फैसलों पर सवाल उठाने की जरूरत है जब 5 वनडे खेल चुके खिलाड़ी मध्य क्रम में खेल रहे हों। "क्या मौजूदा चयनकर्ता इन फैसलों पर सवाल उठा सकते हैं जब वे खुद केवल 5 वनडे खेले हों?"

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari