25 साल से त्रिपुरा में लेफ्ट की सरकार थी। 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में इस बार सीपीएम को बीजेपी रिप्‍लेस करने जा रही है। शाम तक मतगणना से मिले रूझानों में बीजेपी 31 सीटें जीत चुकी थी और 4 सीटों पर आगे चल रही थी। वहीं लेफ्ट सिर्फ 11 सीटों पर जीत दर्ज कर चुकी थी और 5 सीटों पर ही आगे चल रही थी।


शाम के रुझान में बीजेपी को 35 सीटेंत्रिपुरा में विधानसभा की 60 सीटें हैं जिनमें से 59 सीटों पर चुनाव हुए। मतगणना के रूझानों पर गौर करें तो 25 सालों से राज्य की सत्ता में काबिज लेफ्ट बाहर होती नजर आ रही है। भारतीय चुनाव आयोग द्वारा जारी शाम मतगणना के रूझानों में लेफ्ट के खाते में 16 और बीजेपी के खाते में 35 सीटें जा रही हैं। इनमें लेफ्ट 11 सीटें और बीजेपी 31 सीटों पर जीत दर्ज करा चुकी है। आईपीएफटी ने 7 सीटों पर जीत दर्ज करा ली है जबकि 1 सीटों पर आगे चल रही है।बहुमत के लिए चाहिए 31 सीटें
त्रिपुरा में सरकार बनाने के लिए 31 सीटों की जरूरत पड़ेगी। सीपीएम की ओर से मौजूदा मुख्यमंत्री माणिक सरकार ही इस बार भी सीएम का चेहरा थे। जबकि बीजेपी से किसी को सीएम का चेहरा आगे करके चुनाव नहीं लड़ा है। बीजेपी ने पीएम नरेंद्र मोदी के नाम पर चुनाव लड़ा है। माणिक सरकार की बेदाग छवि लेफ्ट के लिए प्लस प्वाइंट है। वहीं बीजेपी राज्य के पिछड़ने के लिए लेफ्ट को जिम्मेदार बता रही थी।

Posted By: Satyendra Kumar Singh