-नाथ नगर सर्किट से जुडेंगे शहर के नाथ मंदिर

-सर्किट बनने से शहर में बढ़ेंगे रोजगार

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BAREILLY : सात नाथ मंदिरों वाले नाथ नगरी यानि बरेली के अध्याय में अब एक और नया आयाम जुड़ने जा रहा है। जल्द ही इन मंदिरों को नाथ सर्किट से जोड़ा जाएगा। ताकि, इन मंदिरों की ऐतिहासिकता और धार्मिक महत्ता जानने और समझने के लिए देसी-विदेशी पर्यटक भी रुख कर सकें। टूरिज्म डिपार्टमेंट इसकी रूपरेखा तैयार कर चुका है। जल्द ही, इसे मूर्त रूप दिया जाएगा।

शासन ने मांगा था प्रपोजल

प्रदेश के सभी शहरों में पर्यटन की संभावनाओं और उनके विकास के लिए सरकार ने पिछले दिनों टूरिज्म डिपार्टमेंट से प्रपोजल मांगे थे, जिसके क्रम में टूरिज्म ऑफिसर ने नाथ सर्किट बनाये जाने का प्रपोजल रखा। शासन से अनुमति मिलते ही इस पर काम भी शुरू हो जाएगा। अधिकारी इस बात से मुतमईन हैं कि नाथ सर्किट के प्रपोजल को स्वीकार करने के साथ ही इसके डेवलपमेंट के लिए बजट भी स्वीकृत करेगी।

सर्किट रूट का होगा विकास

शहर के पर्यटन स्थलों में अभी तो केवल अहिछत्र रामनगर का ही नाम दर्ज है। वह भी शहर से दूर है और एक ही पर्यटन स्थल होने के चलते पर्यटक भी कम ही आ पाते हैं। माना जा रहा है कि जब आरयू का म्यूजियम और नाथ सर्किट शामिल होगा, तो इससे शहर के विकास को रफ्तार मिलेगी। नाथ नगरी सर्किट बनने से शहर आने वाले पर्यटकों को सरकार की तरफ से अच्छी रोड, अच्छे होटल भी उपलब्ध कराने होंगे। इसके लिए एक रूट प्लान के तहत सड़कें भी डेवलप की जाएगी। वहीं शहर में इन सुविधाओं के बढ़ने से कहीं न कहीं विकास को रफ्तार तो मिलेगी ही।

मंदिरों का भी होगा जीर्णोद्धार

नाथ सर्किट में शामिल होने के बाद मंदिरों को भी जीर्णोद्धार होगा। अभी मंदिरों में और उनके आसपास जो भी डेवलपमेंट वर्क बचा है। सरकार की तरफ से उसे भी पूरा कराया जाएगा। ताकि शहर में आने वाले बाहरी पर्यटकों को कोई प्रॉब्लम फेस न करना पड़े।

पर्यटन की अपार संभावनाएं

टूरिज्म डिपार्टमेंट के अधिकारियों का मानना है कि बरेली में पर्यटन की बहुत संभावनाएं हैं। बस जरूरत है उसे निखारने की। बरेली में पर्यटकों को बुलाने की आवश्यकता भी नहीं है। उत्तराखंड की वादियों में सैर-सपाटे के लिए जाने वाले सभी पर्यटक बरेली होकर ही जाते हैं। ऐसे में, जरूरत है तो उनको घूमने और कुछ नया देखने लायक चीजें मुहैया कराने की।

नए रोजगारों को होगा सृजन

नाथ नगरी सर्किट नगर सर्किट बनने से केवल पर्यटक आना तक ही सीमित नहीं है। इससे नए रोजगार का भी सृजन बढ़ेगा। क्योंकि जब पर्यटक शहर में आएंगे तो इससे शहर के युवाओं को ही रोजगार बढ़ेंगे। रोजगार बढ़ेंगे जिसमें कुछ प्रत्यक्ष तौर पर तो कुछ अप्रत्यक्ष तौर पर रोजगार का सृजन होगा। जिसमें प्रत्यक्ष तौर वह रोजगार है जैसे होटल, टैक्सी आदि आते हैं। जबकि अप्रत्यक्ष तौर पर शॉपिंग बैंकिंग आदि में भी रोजगार उपलब्ध होंगे।

शासन ने प्रपोजल मांगा था, जिसे तैयार कर भेज दिया है। इससे नाथ सर्किट बन जाएगा और पर्यटक आसानी से सर्च कर मंदिर में पहुंच सकेंगे। इसके साथ ही शिव मंदिर सर्च करने पर यूपी की लिस्ट में बरेली के नाथ नगरी के मंदिर भी जुड़ जाएंगे।

दीप्ति वत्स, जिला पर्यटन अधिकारी बरेली

Posted By: Inextlive