- नेशनल बुक फेयर में हजारों की संख्या में पहुंचे किताब के दीवाने

- दस लाख की बिक गई किताबें

- लास्ट डे तक 15 लाख तक पहुंच सकता है आंकड़ा

- अब्दुल कलाम की किताब फोर्ज ऑफ फ्यूचर की सबसे ज्यादा रही डिमांड

ALLAHABAD: इलाहाबाद को साहित्य की नगरी यूं ही नहीं कहा जाता। ये वही शहर है, जहां से साहित्य को धार देने वाले कई महापुरुष निकले हैं। आज भी साहित्यिक धारा इलाहाबादियों के खून में दौड़ती है। जो अक्सर देखने को मिल जाती है। नेशनल बुक फेयर में इन दिनों इलाहाबादियों का साहित्यिक मिजाज खूब देखने को मिल रहा है। तभी तो कानपुर और अन्य महानगरों की अपेक्षा इलाहाबाद में इस बार सबसे ज्यादा किताबें बिकी हैं।

भ्00 से ज्यादा साहित्यकार हैं यहां

नेशनल बुक फेयर में सभी प्रकाशकों ने एक से बढ़ कर एक साहित्यकारों व कवियों की पुस्तकों को इस बार मेले में शामिल किया है। नोबल पुरस्कार के साथ, साहित्य की दुनिया में एक से बढ़ कर एक पुरस्कार पाने वाले नेशनल व इंटरनेशनल फेम के करीब भ्00 से ज्यादा साहित्यकारों की पुस्तकें इस बार नेशनल बुक फेयर में शामिल हुई, जो काफी पसंद की जा रही हैं।

मिसाइल मैन ने सबको पछाड़ा

नेशनल बुक फेयर में वैसे तो एक से बढ़ कर एक साहित्यकारों की किताबें शामिल हैं, लेकिन इस बार पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम द्वारा लिखी गई किताब फोर्ज ऑफ फ्यूचर सभी साहित्यकारों व लेखकों पर भारी पड़ी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की किताबें भी मिसाइल मैन की पुस्तकों से पीछे रह गई। राजपाल प्रकाशन की किताब फोर्ज ऑफ फ्यूचर की मेले के दौरान कई लॉट आई, जो हाथों हाथ बिक गई।

बुक फेयर में हैं इन प्रकाशकों की किताबें

पुस्तक महल, राजकमल, साहित्य भंडार, वाणी प्रकाशन, पीएन पब्लिकेशन, साधना बुक, वुड वर्ड, भारती ज्ञानपीठ, आक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी, किड्स एजूकेशन, हिन्दुस्तानी एकेडमी, कबीर ज्ञान, सामयिकी प्रकाशन

दस लाख की बिक गई हैं किताबें

नेशनल बुक फेयर का क्रेज इस बार इलाहाबादियों में पिछली बार की अपेक्षा कुछ ज्यादा ही बेहतर रहा। नेशनल बुक फेयर में इस साल शुक्रवार की रात तक करीब दस लाख रुपए तक की किताबें बिकीं। जिसे इलाहाबाद के लोगों ने खरीदा। फेयर के आयोजकों की मानें तो फेयर के लास्ट दो दिन सैटरडे और संडे को सबसे ज्यादा सेलिंग होगी। इसलिए दस लाख का आंकड़ा क्भ् लाख तक पहुंचने की उम्मीद है।

आज है लास्ट डे

फ्क् अक्टूबर से शुरू हुए नेशनल बुक फेयर का संडे को लास्ट डे है। संडे को फेयर समाप्त होने के बाद अब फिर अगले साल संगम नगरी में नेशनल-इंटरनेशनल फेम की किताबों का संग्रह होगा।

Posted By: Inextlive