23 राज्यों के लगभग 1500 शिल्पकार और कलाकार शिल्प मेला में आएंगे 20 राज्यों के 1000 शिल्पकार-कलाकार मार्च में आयोजित मेला में आए थे 128 स्टाल शिल्प से जुड़े सामानों के लगाए जाएंगे 23 स्टाल लजीज व्यंजनों के लगाए जाएंगे 113 स्टाल शिल्प से जुड़े सामानों के लगे थे मार्च में आयोजित मेला में 22 स्टाल लजीज व्यंजनों के लगे थे मार्च के मेला में 16 सीसीटीवी कैमरे सुरक्षा की दृष्टि से लगाए जाएंगे 01 कैमरा मंच पर और 15 परिसर में लगेंगे 01 एटीएम वैन मेला में रहेगी 12 स्टॉल पर स्वाइप मशीन की सुविधा मिलेगी इस वर्ष दूसरी बार लगने जा रहा है उत्तर मध्य सांस्कृतिक केन्द्र का राष्ट्रीय शिल्प मेला शहर के आधा दर्जन से अधिक प्रमुख चौराहों पर लगे पोस्टर और बैनर में दर्ज होगा बार कोड dhruva.shankar@inext.co.in ALLAHABAD: उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र में इस साल दूसरी बार आयोजित होने जा रहा राष्ट्रीय शिल्प मेला नई ताजगी का एहसास कराएगा। अगर आप किसी कारण से देश की विभिन्न लोक कला व संस्कृति की विविधताओं का नजारा नहीं देख पा रहे हैं तो केन्द्र का पोस्टर और बैनर आपको शिल्प मेले का सजीव प्रसारण दिखाने जा रहा है। पोस्टर और बैनर पर दर्ज बार कोड को मोबाइल से स्कैन करके आप कहीं भी कभी भी आसानी से मेला देख सकते हैं। इसके लिए लेबर चौराहा, नेतराम चौराहा, मनमोहन चौराहा, मेडिकल चौराहा, बालसन चौराहा, हनुमान मंदिर चौराहा, सुभाष चौराहा व चौक घंटाघर पर पोस्टर और बैनर लगाया जाएगा। एक दिन आगे खिसका सांस्कृतिक केन्द्र का दस दिवसीय राष्ट्रीय शिल्प मेला पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक एक दिसम्बर से शुरू होने वाला था। लेकिन उसी दिन इलाहाबाद सहित पूरे प्रदेश में नगरीय चुनाव की मतगणना होनी है। इसमें मुख्य अतिथि कमिश्नर डॉ। आशीष गोयल को बनाया गया था। मतगणना की व्यवस्तता की वजह से केन्द्र प्रशासन ने शिल्प मेले की तारीख को एक दिन आगे बढ़ा दिया है। इस बार क्या रहेगी खासियत - खानपान के व्यंजनों में पहली बार हैदराबाद के कारीगर आएंगे जो साउथ इंडियन व्यंजनों का स्टॉल लगाएंगे। इसके अलावा मदुरई का काटन, टेराकोटा का लैंप, उड़ीसा का पाम लीफ, मैसूर की अगरबत्ती व मऊ की डोरा साड़ी का पहली बार स्टॉल लगेगा - सिविल लाइंस स्थित सुभाष चौराहा और हनुमान मंदिर चौराहे पर मेले का सजीव प्रसारण किया जाएगा - सांस्कृतिक केन्द्र के मंच पर आदिवासी व लोक कलाओं की कलाकृतियां तो मेन गेट के भव्य गेट पर कलाकारों की मूर्तियां लगाई गई हैं शहरियों को भव्य शिल्प मेला दिखाने का प्रयास किया गया है। बार कोड को स्कैन करके कोई भी मोबाइल पर मेला का आनंद उठा सकता है। एटीएम वैन, स्वैपिंग मशीन व सजीव प्रसारण की योजना बना ली गई है। नरेन्द्र सिंह, निदेशक, उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र

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