- जांच टीम ने मौके पर पहुंच कर सीसीटीवी की रिकार्डिग कब्जे में ली

- शुरुआती जांच में मामले को सही पाया

LUCKNOW : नेशनल इंटर कॉलेज में छात्राओं के साथ हुई छेड़खानी के मामले में बुधवार को पुलिस की टीम कॉलेज में जांच के लिए पहुंची। पुलिस ने प्रिंसिपल के कमरे के सीसीटीवी फुटेज के रिकार्ड खंगाले। फुटेज में प्रिंसिपल छात्राओं को नाश्ता कराने के साथ उनके लिए कुर्सी तक डालते हुए दिखाई दिए। करीब दो घंटे तक जांच के बाद पुलिस प्रशासन ने मंडे को हुई घटना की नौ घंटे की फुटेज को अपने कब्जे में लिया।

अलमारी से निकालकर दिया नाश्ता

पुलिस ने फुटेज में पाया कि मंडे की सुबह करीब दस बजे एक-एक कर सभी पीडि़त छात्राएं प्रिंसिपल के कमरे में जाती हुई दिखीं। इस दौरान वहां पर कई शिक्षक व कर्मचारी बोर्ड परीक्षाओं की कॉपियों का बंडल बनाते दिखाई दिये। प्रिंसिपल उमाशंकर सिंह सभी छात्राओं को एक तरफ बैठा देते हैं। उसके बाद अलमारी से एक-एक कर तीन डब्बे निकालते हैं और उसमें से कुछ खाने को देते हैं। फिर पानी भी देते हैं। कुछ देर बाद कुछ अन्य शिक्षक आ जाते हैं, इससे दो छात्राएं कुर्सी छोड़ देती हैं। यह देख प्रिंसिपल उन दोनों के लिए एक-एक अलग से खुद कुर्सियां देते हैं।

पुलिस को प्रिंसिपल की हरकतें लगी संदिग्ध

पुलिस का कहना है छात्राओं के मुताबिक वह सभी रिजल्ट लेने के लिए कॉलेज पहुंची थी। ऐसे में सवाल है कि जब वह प्रिंसिपल के कमरे में जाती हैं तो उन्हें इतनी देर क्यों रोका जाता है। वहीं प्रिंसिपल खुद उनको क्यों नाश्ता, पानी और कुर्सियां डालते हैं। पुलिस के मुताबिक सीसीटीवी में प्रिंसिपल की हरकतें कुछ संदिग्ध लग रहीं थीं इसलिए पूरी जांच के बाद घटना स्पष्ट हो सकेगी।

लाठियां लेकर घूमते रहे

एक फुटेज में प्रिंसिपल उमा शंकर काफी आक्रामक दिखाई दे रहे थे। वह कमरे के भीतर दो-दो लाठियां लेकर घूमते नजर आए। वहीं एक छोटा डंडा भी उनके हाथों में था। वह वहां एक दो बार मौजूद छात्राओं, शिक्षक व अन्य लोगों से डंडा दिखाकर बातचीत करते दिखे।

तीन घंटे आगे बढ़ाई गई रिकॉर्डिग

पुलिस जब कॉलेज में सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही थी, उस वक्त कई शिक्षक व कर्मचारी भी कमरे में मौजूद थे। पुलिस ने मंडे की सुबह साढ़े दस बजे तक की फुटेज देखी। इस बीच वहां मौजूद कुछ लोगों ने एक बजे के बाद की फुटेज दिखाने की बात कही। इस पर एक बजे के बाद की रिकॉर्डिंग चालू की गई। ऐसे में सवाल है कि आखिर बीच के तीन घंटे की रिकॉर्डिंग क्यों नहीं देखी गई। हालांकि पुलिस ने सुबह नौ बजे से दोपहर तीन बजे तक की रिकॉर्डिंग सुरक्षित की है।

जांच कमेटी ने दर्ज किये बयान, नहीं मिले प्रिंसिपल

डीआईओएस ने भी मामले की जांच के लिए जांच कमेटी गठित की है। डीआईओएस डॉ। मुकेश कुमार सिंह ने बताया कि बुधवार को जांच समिति कॉलेज पहुंची थी। इस दौरान शिक्षकों व कर्मचारियों के बयान दर्ज किए हैं। जबकि मौके पर प्रिंसिपल नहीं मिले। इस कारण उनके बयान दर्ज नहीं हो सके हैं। डीआईओएस ने बताया कि शुक्रवार तक कमेटी अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

Posted By: Inextlive