-सेंटर ऑफ फूड टेक्नोलॉजी तथा एसोसिएशन ऑफ फूड साइंटिस्ट्स एण्ड टेक्नोलॉजिस्ट्स इंडिया के संयुक्त तत्वावधान में हुई नेशनल कान्फ्रेंस

ALLAHABAD: नेशनल सिक्योरिटी की बात तब तक बेमानी है, जब तक हम फूड सिक्योरिटी का टारगेट नहीं पा लेते। वास्तव में हमें बढ़ती जनसंख्या, विकसित होती टेक्नोलॉजी और फूड सिक्योरिटी के बीच समन्वय बनाकर आगे बढ़ना होगा। तभी हम स्वस्थ भारत का सपना साकार कर सकते हैं। यह बात आईसीएआर नई दिल्ली के पूर्व निदेशक डॉ। मंगला राय ने कहीं। डॉ। मंगला राय सेंटर ऑफ फूड टेक्नोलॉजी इलाहाबाद विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित नेशनल फूड कान्फ्रेंस के उद्घाटन सत्र को संबोधित कर रहे थे।

उत्पादकता व बढ़ती जनसंख्या के बीच पहल

सेंटर ऑफ फूड टेक्नोलॉजी और एसोसिएशन ऑफ फूड साइंटिस्ट्स एण्ड टेक्नोलॉजिस्ट्स इण्डिया की इलाहाबाद शाखा के संयुक्त तत्वावधान में एग्रीकल्चर एण्ड टेक्नोलॉजी इनोवेशन फॉर न्यूट्रीशनल सिक्योरिटी विषय पर आयोजित नेशनल कान्फ्रेंस में विशिष्ट वक्ता एग्रीकल्चर साइंटिस्ट रिक्रूटमेंट बोर्ड नई दिल्ली के चेयरमैन डॉ। एके श्रीवास्तव ने आंकड़ों की सहायता से समझाने का प्रयास किया कि किस तरह उत्पादकता और बढ़ती जनसंख्या के बीच सामंजस्य बैठाने में हमारा देश भारत पहल कर रहा है।

हरिवंश राय बच्चन की पंक्तियां सुनाकर किया मोटिवेट

नेशनल कान्फ्रेंस की अध्यक्षता कर रहे इलाहाबाद विश्वविद्यालय के कार्यवाहक कुलपति प्रो। केएस मिश्रा ने कहा कि भारतीय समाज को न्यूट्रीशनल इनोवेशन व फूड सिक्योरिटी के प्रति जागरूक करने की आवश्यकता है। विशिष्ट अतिथि तथा एसोसिएशन ऑफ फूड साइंटिस्ट्स एण्ड टेक्नोलॉजिस्ट इण्डिया के अध्यक्ष डॉ। प्रबोध हाल्दे ने कहा कि फूड प्रोसेसिंग के क्षेत्र में असीम संभावनाएं हैं। डॉ। हाल्दे ने कवि हरिवंश राय बच्चन की पंक्तियां सुनाकर युवा वैज्ञानिकों व विद्यार्थियों को कुछ नया करने के लिए प्रोत्साहित किया। कार्यक्रम में इंस्टीट्यूट ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज की निदेशिका प्रो। नीलम यादव, कान्फ्रेंस सचिव डॉ। पिंकी सैनी, गुंजन वाष्र्णेय, यूपी काउन्सिल ऑफ एग्रीकल्चर रिसर्च लखनऊ के पूर्व महानिदेशक प्रो। राजेन्द्र कुमार, मलेशियन पॉम आयल बोर्ड के क्षेत्रीय निदेशक (दक्षिण एशिया) डॉ। नगेन्द्र बाला सुन्दरम, पूर्व कुलपति सरदार वल्लभ भाई पटेल विश्वविद्यालय मेरठ से प्रो। एमपी यादव, आईआईटी खड़गपुर से प्रोफेसर एचएन मिश्रा, बीएचयू से प्रो। सीपी मिश्रा, एनडीआरआई करनाल से डॉ। आशीष के। सिंह, सीफेट लुधियाना के पूर्व निदेशक डॉ। आरटी पाटिल आदि मौजूद रहे।

Posted By: Inextlive