RANCHI: एक ऐसा नटवर लाल, जो टाटा स्टील समेत अन्य बड़ी कंपनियों में नौकरी दिलाने के नाम पर बेरोजगार युवाओं से लाखों की ठगी कर रहा है। जब ठगी के शिकार युवा उससे पैसे की डिमांड कर रहे हैं, तो वह राज्य के एक पूर्व मंत्री के बेटे व उनके बॉडीगार्ड के नाम पर धमकी दे रहा है। यह भी कह रहा है कि जिसे जो करना है, कर ले। प्रशासन उसकी मुट्ठी में है। यह खुलासा मोबाइल कॉल की एक रिकार्डिग में हुआ है, जिसमें वह रवि रंजन नामक अपने ही एक कर्मचारी से बातचीत कर रहा है। इसमें वह बार-बार एक वर्तमान मंत्री, एक पूर्व मंत्री के बेटे व उसके बॉडी गार्ड का नाम ले रहा है। इसकी रिकार्डिग आईनेक्स्ट के पास है। रातू रोड में प्लेसमेंट के नाम पर ठगी करने वाला यह वेदांत कुमार सिंह उर्फ अभिषेक सिन्हा फिलहाल ख्0-ख्भ् युवाओं के लाखों रुपए ठग कर फरार हो गया है।

कौन है वेदांत सिंह उर्फ अभिषेक सिन्हा

ठगी के शिकार युवाओं ने बताया कि वेदांत कुमार सिंह उर्फ अभिषेक सिन्हा रातू रोड स्थित रूप राम टावर में दुकान संख्या क्क्0 में श्री वेदांता प्रॉपर्टी एंड प्लेसमेंट सेंटर के नाम पर ऑफिस चलाता है। यहां से वह टाटा समेत अन्य बड़ी कंपनियों में प्लेसमेंट के नाम पर बेरोजगार युवाओं से ठगी करता है। बाद में वह उन लोगों को अपने ऑफिस में ही रख लेता है, लेकिन किसी को वेतन नहीं देता है।

क्या है ऑडियो रिकार्डिग में

दो माह पूर्व उसके खिलाफ दो युवकों ने सुखदेवनगर थाना में आवेदन दिया था। जब वह वहां से छूटा, तो उसने अपने कर्मचारी रवि रंजन से बातचीत की। इसमें वह कह रहा था कि जब मैं थाना गया तो देखा न कैसे थाना प्रभारी ने बात की। कैसे बड़ा बाबू ने बोला कि पैसा कब लौटाओगे? कैसे वह मंत्री जी का आदमी बना। कैसे उसका आवभगत हुआ। कैसे उसने मंत्री के पीए से फोन करवाया। कैसे पूर्व मंत्री के बेटे ने फोन करने की बात कहीं। वह बातचीत में अपने कर्मचारी को थाना पुलिस से नहीं डरने की बात कहता है। वह कहता है कि भैया सीआईडी में चले जाएंगे। इसके बाद वह और पावरफुल हो जाएगा।

दौड़ा रहा सुखदेवनगर थाना

बताया गया कि पीडि़त जब आरोपी के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए सुखदेवनगर थाना पहुंचे, तो उनके आवेदन रख लिए और कहा गया कि अभी इंस्पेक्टर नहीं हैं। वह आएंगे, मामले को समझेंगे। इसके बाद प्राथमिकी दर्ज होगी।

क्। महिला स्टाफ से ठग लिए 8भ् हजार

पिठोरिया थाना क्षेत्र के बाडू निवासी तारीक अनवर भी अपनी पत्‍‌नी की नौकरी व प्लेसमेंट के लिए वेदांता प्रॉपर्टी एंड प्लेसमेंट एजेंसी के ऑफिस गए थे। उन्होंने बताया कि उस वक्त वेदांत सिंह ने कहा कि जल्द ही उनकी पत्‍‌नी की नौकरी लगा देंगे। इसके बाद जब कहीं जॉब नहीं मिला तो उसने तारीक अनवर की पत्‍‌नी को अपनी एजेंसी में ही रख लिया और काम करवाने लगा। एक दिन उसने अपनी ही महिला कर्मचारी से 8भ् हजार रुपए ले लिए। यह कहकर कि वह दस दिन में लौटा देगा। जब तारीक अनवर ने पैसे मांगे तो उसे दो चेक दिया गया। एक दस हजार तो दूसरा ब्0 हजार रुपए का, लेकिन दोनों चेक बाउंस कर गए।

ख्। टाटा कंपनी में नौकरी के लिए दिल्ली से आई युवती

पूनम नामक एक युवती दिल्ली में अच्छा जॉब करती थी। उसे पता चला कि रांची में एक प्लेसमेंट एजेंसी है, जो टाटा कंपनी में जॉब लगाती है। उसने फोन से संपर्क किया तो उससे एक लाख रुपए मांगे गए। पैसे देने के बाद भी उसकी नौकरी टाटा कंपनी में नहीं लगी, तो उसने फोन किया। लेकिन फोन रिसीव नहीं हुआ। इसके बाद वह दिल्ली से रांची आई और ऑफिस का पता किया तो बंद मिला।

धनबाद के युवक से ठगे ख्0 हजार

धनबाद के एक युवक रवि कुमार बर्मन को नौकरी की जरूरत थी। उसने संपर्क किया तो पता चला कि रांची में वेदांता कंपनी प्लेसमेंट करवाती है। ऐसे में उससे ख्0 हजार रुपए लिए गए। जब काफी दिनों तक नौकरी नहीं मिली, तो उसने पैसे मांगे। इस पर कहा गया कि पैसा लौटा दिया जाएगा। पर, दोबारा कॉल पर उसने पैसे देने से साफ इनकार कर दिया।

आजाद बस्ती के युवक को भी लगाया चूना

वेदांत सिंह ने आजाद बस्ती में रहनेवाले एक युवक मो तैयब को भी चूना लगाया। उससे भी नौकरी दिलाने के नाम पर ख्0 हजार रुपए ले लिए। जब वह पैसे मांगने लगा तो उसे भी पैसे देने से इनकार कर दिया।

रामगढ़ के युवक को बनाया स्टॉफ, नहीं दिया वेतन

रामगढ़ के एक युवक रवि रंजन कुमार भी प्लेसमेंट के नाम पर कंपनी में आए थे। उससे भी क्ख् हजार रुपए लिए गए। जब काफी दिनों तक प्लेसमेंट नहीं हुआ तो उसने उसे अपने स्टॉफ के रूप में आठ हजार मासिक वेतन पर रख लिया। काम करते हुए उसे एक साल हो गए, न तो उसकी कहीं नौकरी लगी और न ही उसे वेतन मिल रहा है।

Posted By: Inextlive