नौचंदी खत्म, विवाद नहीं
- मैदान में मिट्टी, बजरपुर डालने में घोटाले की शिकायत पर कार्रवाई
- जिलाधिकारी ने बैठाई जांच, ठेकेदारों के पेमेंट पर रोक आई एक्सक्लूसिव mitendra.gupta@inext.co.in मेरठ। इस साल शुरू से ही विवादों में रहे नौैचंदी मेले से यह साया मेला खत्म होने के बाद भी दूर नहीं हुआ है। अब नया विवाद मैदान को समतल करने के लिए डाली जाने वाली मिट्टी और बजरपुर को लेकर है। नगर निगम के ही पार्षदों ने इसे लेकर घोटाले का आरोप लगाया है। उन्होंने डीएम से इसकी शिकायत की थी, जिसके बाद जिलाधिकारी पंकज यादव ने मामले में जांच बैठा दी है। साथ ही, नौचंदी में काम करने वाले निगम के ठेकेदारों को भुगतान करने पर भी रोक लगा दी है। इस कार्रवाई से नगर निगम में हड़कंप मच गया है। टैंट में भी घोटाले का आरोपपार्षदों ने कमिश्नर और नगर आयुक्त से शिकायत की थी कि पटेल मंडप के टैंट के लिए जितने का ठेका दिया गया है, उससे आधे पैसों में ही सारा सामान खरीदा जा सकता था। लेकिन ठेकेदारों को लाभ पहुंचाने के लिए इसका ठेका छोड़ा गया था।
ये हैं आरोपपार्षद आरिफ अंसारी व अन्य ने आरोप लगाया था कि नौचंदी में मैदान को समतल करने के लिए मिट्टी ही नही डाली गई थी। नगर निगम ने अपने स्तर से ही थोड़ी सी मिट्टी गिरवाकर रोलर से समतल करा दिया। वहीं, बजरपुर को अंत में थोड़ा सा गिरवाया गया, जबकि हर साल नौचंदी शुरू होने से पहले ही लाल बजरपुर गिराया जाता है।
उमड़ते रहे विवाद 1. नौचंदी मेला देर से शुरू होने और काफी समय तक मैदान की साफ-सफाई और लाइट का इंतजाम न होने पर रहा विवाद। 2. मेले की तैयारियों से लेकर पटेल मंडप के कार्यक्रम तय करना भी विवाद में रहा। विवाद के चलते नगर आयुक्त ने इसकी फाइल तलब कर ली थी। 3. आरोप लगते रहे कि पटेल मंडप के कार्यक्रम हों या नौचंदी मेले के अन्य ठेके, कुछ खास पार्षदों को लाभ पहुंचाया गया। जिलाधिकारी के आदेश पर ठेकेदारों के पेमेंट पर रोक लगा दी गई है। मामला बहुत ही गंभीर है। जांच की जा रही है। जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। ठेकेदारों को ब्लैक लिस्ट किया जाएगा। डीकेएस कुशवाहा, नगर आयुक्तमामला संज्ञान में आया है। जो आरोप लगाए जा रहे हैं, वह निराधार हैं। जांच में सब चीज सामने आ जाएगी। नगर आयुक्त ने पेमेंट पर भी रोक लगा दी है। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।
हरिकांत अहलूवालिया, महापौर