- आज मां सिद्धिदात्री का पूजन, हवन कर मां को श्रद्धालु देंगे भावभीनी विदाई

- जिमाई कन्या लेकिन ज्योतिषाचार्य ने संडे को व्रत परायण को बताया शास्त्रोचित

BAREILLY:

नवरात्रि के मौके पर श्रद्धालुओं ने मां कालरात्रि का विधि विधान से पूजन किया। सैटरडे को कई घरों में मां को विदा करने के लिए हवन पूजन का आयोजन हुआ। साथ ही, परंपरानुसार कन्या जिमाई गईं, लेकिन अष्टमी सुबह 5 बजे तक होने से व्रत परायण संडे को सूर्योदय के साथ किया जाएगा। सुबह से ही मंदिर मां के जयकारों से गूंजते रहे। मंदिरों समेत घरों में लोगों ने कन्याओं को जिमाया। सुख, शांति के लिए मंदिरों में हवन भी किया। भक्तों ने मां का प्रसाद ग्रहण किया। प्रसाद वितरण के बाद कमेटीज ने विशाल भोग का आयोजन किया।

आज होगा व्रत परायण

अष्टमी में नवमी का ह्रास होने से संडे को मां सिद्धिदात्री का पूजन और हवन होगा। अष्टमी पर घरों में महिला मंडल ने मां के भजन गाए। इसके बाद दोपहर में घर से बाहर निकलकर व्रत परायण करने और कन्या जिमाने के लिए सामान की खरीदारी की। दिन भर पूजन हवन कराने के लिए पंडितों से लोग संपर्क साधते रहे। मुहूर्त के अनुसार सुबह 8.30 बजे से पहले ही हवन करने का विधान है। जिसके चलते लोगों ने देर शाम तक पूजन की सारी तैयारियां पूरी कर लीं। ज्योतिषाचार्य पं। राजीव शर्मा के मुताबिक पूजन हवन के बाद श्रद्धालु अपना व्रत परायण कर सकते हैं।

Posted By: Inextlive