RANCHI : माओवादी अब अपने लड़ाकुओं को आसमान में उड़ रहे विमानों को उड़ा देने की तकनीक सीख रहे हैं। इसके लिए नक्सलियों को ट्रेनिंग दी जा रही है। इस ट्रेनिंग में झारखंड के भी कई माओवादी शामिल हैं। पिछले दिनों छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में छापेमारी के दौरान माओवादियों के कई दस्तावेज पुलिस ने बरामद किए थे। इन्हीं दस्तावेज में एक किताब भी मिला था, जिसमें हवाई जहाज पर हमला करने से जुड़ी तकनीकों के बारे में पूरी जानकारी थी।

सेना की तरह मिल रही ट्रेनिंग

सूत्रों का कहना है कि जिस तरीके से सेना प्रशिक्षण के दौरान अपने जांबाजों को पोजिशन लेने और अन्य तरीकों से हमला करना सिखाती है, उसी तरह की ट्रेनिंग नक्सलियों को दिए जाने का जिक्र इस किताब में है। किताब में माओवादियों को हवाई हमलों के दौरान अपने कैंप को सुरक्षित रखने के तरीके भी बताए गए हैं। इसमें सुझाया गया है कि शिविर से वे कभी भी झुंड बनाकर नहीं निकलें। माओवादियों द्वारा अपनाई जा रही यह तकनीक आ‌र्म्ड फोर्सेज द्वारा अपनाए जाने वाले सुरक्षात्मक उपायों से मेल खाते हैं।

आईएसआईएस मिला रहा नक्सलियों से हाथ

खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक, आतंकी संगठन आईएसआईएस भी नक्सलियों के संपर्क में है। इस रिपोर्ट के बाद तमाम सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। झारखंड पुलिस को पहले भी आतंकी-नक्सली गठजोड़ की जानकारी मिलती रही है। हाल की नक्सली घटनाओं को देखते झारखंड पुलिस मुख्यालय में पिछले दिनों हुई बैठक हुई थी। इसमें पुलिस को अलर्ट रहने का निर्देश दिया गया।

एनआईए की चार्जशीट में भी खुलासा

एनआईए की चार्जशीट में इस बात का खुलासा हुआ है कि सीरिया में बैठा हुआ शफी अर्मार उर्फ युसुफ अल हिंदी पूरे देश में अलग-अलग मॉड्यूल को ऑपरेट कर रहा है। वह इस देश में आईएस का आतंक फैलाने के लिए नक्सलियों से संपर्क साधा था, ताकि नक्सलियों की मॉड्स ऑपरेंडीस को समझ कर उसका इस्तेमाल कर सके। शफी ने आईएसाईएस के पैन इंडिया मॉ़ड्यूल के लिए नक्सलियों से हथियार भी खरीदने की योजना बनाई थी। हालांकि झारखण्ड पुलिस ने खुफिया जानकारियों को गोपनीय रखा है।

Posted By: Inextlive