RANCHI: जंगलों और पहाड़ों पर ठिकाना बनाने वाले नक्सली और उग्रवादी अब राजधानी को अपना बेस बनाने में लगे हैं। रांची पुलिस द्वारा पुलिस मुख्यालय को भेजी गई रिपोर्ट के अनुसार पिछले 10 महीने में रांची से 39नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है, जो शहर में अपना आवास स्थापित कर चुके थे। ये खूंखार नक्सली रांची में रहकर बड़ी ठेकेदारी, कोल माइनिंग एंड ट्रांसपोर्टिग, नेतागिरी, जमीन का धंधा करने के साथ साथ मजदूरी तक के काम में लगे हैं। राजधानी में ठिकाना बनाने से लेवी वसूली भी आसान हो जा रही है साथ ही पुलिस के ऑपरेशन से भी सेफ हो जा रहे हैं। हालांकि, रांची पुलिस भी इनके खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है। पुलिस के हत्थे चढ़े नक्सलियों और उग्रवादियों में सबसे अधिक पीएलएफआइ के उग्रवादी शामिल हैं।

चारों तरफ नक्सलियों का घेरा

राजधानी के चारों तरफ नक्सलियों की घेराबंदी रही है जो अब शहरों में भी इंटर कर चुकी है। इनमें भाकपा माओवादी, टीपीसी और पीएलएफआइ उग्रवादी संगठन एक्टिव हैं। सबसे अधिक सक्रियता पीएलएफआइ की देखी जा रही है। बुंडू और तमाड़ क्षेत्र में जहां भाकपा माओवादी सक्रिय हैं वहीं खलारी क्षेत्र में टीपीसी के उग्रवादी एक्टिव हैं। इसके अलावा रांची के कांके, तमाड़, बेड़ो और लापुंग में पीएलएफआइ के उग्रवादी सक्रिय हैं।

जरा सी चूक हो सकती है जानलेवा

पुलिस ने इस मामले में कई बार चेतावनी जारी की है लेकिन जरा सी चूक जानलेवा साबित हो सकती है। राजधानी में रेंटर वेरिफिकेशन करीब-करीब बंद माना जा रहा है। पुलिस ने चेतावनी भी जारी की है कि अगर किसी के घर से नक्सली-उग्रवादी गिरफ्तार किए गए तो मकान मालिकों पर भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी, लेकिन इसके बावजूद भी किराएदार के रूप में रह रहे नक्सलियों की सूचना पुलिस को नहीं मिल पा रही है।

रांची से बड़े ओहदेदारों की गिरफ्तारी

12 नवम्बर: सबजोनल कमांडर अखिलेश गोप, धरम कुमार महतो, उत्तम महतो, पवन महतो, बिरसा तिर्की, संग्राम तिर्की, भांकर महतो, राजकुमार महतो, संदीप धान, ईशु मुंडा,अमित धान, विनोद सांगा उर्फ झुबलू और सोमा कच्छप।

21 अक्टूबर: रांची के तुपुदाना स्थित भारत सेवा आश्रम में खुद को अनाथ बताकर रह रहा माओवादी लालजीत गंझू गिरफ्तार।

29 अगस्त: नामकुम थाना क्षेत्र से किराएदार के तौर पर रह रहा नक्सली प्रशांत ठाकुर गिरफ्तार।

15 फरवरी: छत्तीसगढ़ की बलरामपुर पुलिस ने रांची के नामकुम से केश्वर यादव उर्फ रंजन यादव को गिरफ्तार कर लिया। केश्वर नामकुम में अपना मकान बनाकर रह रहा था।

29 अगस्त: तुपुदाना पुलिस ने पुराना हुलहुंडू स्थित एक क्रशर के पास किराये के एक घर में मजदूर बनकर रह रहे सदानंद सिंह मुंडा उर्फ सदाई सिंह मुंडा को गिरफ्तार किया।

7 अगस्त: रांची पुलिस ने तुपुदाना से एक लाख के इनामी एरिया कमांडर सहित तीन पीएलएफआइ उग्रवादियों को गिरफ्तार किया।

27 जुलाई: राजधानी रांची के तुपुदाना ओपी क्षेत्र से लेवी लेने आए प्रेम सिंह, सनातन होरो, समीर धनवार और सुरेश मुंडा गिरफ्तार।

7 फरवरी: तुपुदाना ओपी क्षेत्र के हजाम के पास पीएलएफआइ के पूर्व एरिया कमांडर और अन्य अपराधियों को हथियार खरीद-बिक्री करते हुए रांची पुलिस ने पकड़ा।

25 फरवरी: पंडरा ओपी क्षेत्र के चटकपुर से 10 लाख रुपए के इनामी नक्सली संतोष यादव उर्फ टाइगर को पुलिस ने उसके घर से गिरफ्तार किया।

Posted By: Inextlive