CHAIBASA: पश्चिमी सिंहभूम जिले के सोनुवा थाना क्षेत्र की नक्सल प्रभावित लोंजो पंचायत में नक्सलियों ने मुंडा (आदिवासी स्वशासन का पद) समेत दो की गोली मारकर हत्या कर दी। घटना मंगलवार देर शाम करीब आठ बजे की है। ग्रामीणों की सूचना पर वारदात के 15 घंटे बाद पुलिस बुधवार को घटनास्थल पर पहुंची और शव को थाने लाकर वहां से पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृतक की पहचान माईलपीढ़ गांव के मुंडा डांगो डांगिल (35) और उसी गांव के बागुन बोदरा (24) के रूप में हुई है। दोनों मृतक रिश्ते में जीजा-साला थे। पुलिस के अनुसार घटना को भाकपा माओवादी के जोनल कमांडर जीवन कंडुलना दस्ते ने अंजाम दिया है।

नक्सलियों ने बनाया बंधक

मृतकों के परिजनों ने बताया कि माईलपीढ़ गांव में मंगलवार शाम सात बजे वर्दीधारी हथियारबंद करीब चार नक्सली पहले बागुन बोदरा के घर पहुंचे। उसे अगवा कर नक्सली गांव के मुंडा डांगो डांगिल के घर पहुंचे। यहां दोनों के साथ मारपीट की गई। डांगो के घर में रखे टीवी व सामान तोड़ दिए गए। इसके बाद नक्सली दोनों को हाथ पीछे बांधकर साथ ले गए। परिजन गुहार लगाते हुए पीछे आए तो उन्हें धमकी दी कि अगर लौटे नहीं तो इन दोनों को मार डालेंगे। सहमे परिजन घर लौट गए। घर से चार किमी दूर ले जाकर बुरुघाट में दोनों की गोली मारकर हत्या कर दी गई। सिर में सटाकर गोली मारने से उसके परखच्चे उड़ गए थे। सुबह चरवाहों ने शव वहां पड़े देखा और इसकी सूचना ग्रामीणों को दी।

छिना बाप का साया

डांगो ने तीन शादियां की थीं। पहली पत्नी सोमवारी के निधन के बाद बुधनी और बेलो से विवाह रचाया था। दोनों डांगो के साथ ही रहती थीं। तीनों पत्‍ि‌नयों से डांगो के सात बच्चे हैं। चार हाई स्कूल में पढ़ते हैं। वहीं, बागुन की पत्‍‌नी मांदूई से तीन छोटे बच्चे हैं। दोनों कमाने वालों की मौत के बाद इन परिवारों के सामने रोटी का संकट उठ खड़ा हुआ है।

बागुन और डांगो पहले माओवादी संगठन के लिए काम करते थे। संगठन से अलग होने के बाद माओवादियों को शक था कि वे उनके विरुद्ध काम कर रहे हैं। इसी शक के आधार पर उनकी हत्या की गई होगी। पुलिस तफ्तीश जारी है।

-इंद्रजीत महथा, एसपी, पश्चिमी सिंहभूम

Posted By: Inextlive