- नौ मार्च से शुरू होने वाले हैं एग्जाम

- तैयारियों में जुटे स्टूडेंट्स, काउंसलर दे रहे हैं सलाह।

Meerut। सीबीएसई के हाईस्कूल व इंटरमीडिएट के एग्जाम नौ मार्च से हैं। लिहाजा स्टूडेंट्स भी तैयारियों में जुटे हैं। वहीं, एग्जाम के दिन नजदीक आते ही स्टूडेंट्स में स्ट्रेस होने लगी है।

काउंसलर का ले रहे सहारा

एग्जाम का डर रहने के कारण स्टूडेंट्स चिंता में हैं। इसके लिए स्टूडेंट ने काउंसलर का सहारा लेना शुरू कर दिया है। जबकि सीबीएसई फरवरी माह में अपनी वेबसाइट व हेल्पलाइन शुरू करेगा। जहां कॉल कर स्टूडेंट्स अपनी समस्याओं को बता सकेंगे। लेकिन अधिकतरस्टूडेंट्स का या तो पढ़ने में मन नहीं लग रहा है या फिर फोन का अधिक प्रयोग कर रहे हैं। ऐसे में अभिभावकों की बच्चों पर अधिकध्यान देने की आवश्यकता है। उधर, सीबीएसई काउंसलर पूनम का कहना है कि एग्जाम की डेट जारी होते ही स्टूडेंट्स तैयारियों में जुट जाते हैं। लेकिन, घबराने की बजाए इस समय तैयारी पर अधिक ध्यान देना चाहिए।

फरवरी में शुरू होगी हेल्पलाइन

सीबीएसई हर साल स्टूडेंट की परीक्षा संबंधी मदद करने के लिए एक हेल्पलाइन शुरू करती है। इससे स्टूडेंट पढ़ाई संबंधित समस्याओं का आसानी से समाधान करा सकते हैं।

ये हैं तनाव के कारण

- पढ़ाई में मन नहीं लगना व थोड़ी देर पढ़ने के बाद ही मोबाइल का प्रयोग करना।

- टीवी पर स्पेशल पसंदीदा शो को प्राथमिकता देना।

- दोस्तों के साथ घूमना फिरना अधिकतर समय तक घर से बाहर रहना।

- सोने व उठने का टाइम टेबल खराब होना

- सिलेबस कवर नहीं होने की वजह से घबराना

------------------

तनाव से बचने के उपाय

- उन यूनिट की तैयारी अधिक करें जहां से अधिक प्रश्नों के सवाल पूछे जाते हैं।

- एक्सपर्ट से सम्पर्क कर पुराने पेपरों को देखें।

- सिलेबस का ध्यान रखकर शिक्षकों की राय लें ।

एग्जाम के मौके पर इंटरनेट का प्रयोग कम करना चाहिए। इससे आलस्य आता है। इसके अलावा कोर्स को देखकर ही पढ़ाई करनी चाहिए।

डॉ। पूनम देवदत्त, सीबीएसई काउंसलर

ये टाइम ऐसा है जिसमें बच्चों को एग्जाम की तैयारी का ज्यादा दबाव है। लेकिन ऐसे में घबराना नहीं चाहिए।

-डॉ। अनिता मोरल, मनोवैज्ञानिक

Posted By: Inextlive