लॉकडाउन के बीच सोशल मीडिया पर आईसीसी के एक नियम को लेकर कई दिग्गज मैदान में उतर आए। सचिन से लेकर भज्जी तक सभी ने निमयों के पुर्नविचार की बात कही। आइए जानें क्या है पूरा मामला।

नई दिल्ली (एएनआई)। आईसीसी के आधुनिक नियम को लेकर सोशल मीडिया पर काफी चर्चा है। दरअसल ये चर्चा आईसीसी के ट्वीट के चलते ही शुरु हुई। इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) ने अपने ट्वीट में बताया कि, सचिन और सौरव ने मिलकर वनडे में 8 हजार से ज्यादा रन बनाए। इस पर दोनों भारतीय दिग्गजों ने जवाब दिया और लिखा कि अगर आज के नियम उनके समय होते तो वह चार हजार और रन बना लेते। गांगुली का इतना कहना था कि, भारतीय गेंदबाज हरभजन सिंह ने मौजूदा वक्त में गेंदबाजों के दर्द को सामने रख दिया।

Couldn&यt agree with you more Bhajji! Even I feel the rules and surfaces both need to be looked into. https://t.co/QZqJ2sB761

— Sachin Tendulkar (@sachin_rt) May 13, 2020भज्जी ने किया ये ट्वीट

आईसीसी के नए नियमों के मुताबिक, वनडे में दोनों छोर से अलग-अलग गेंदों का इस्तेमाल होता है। ऐसे में गेंद ज्यादा पुरानी नहीं होती और बल्लेबाज को बैटिंग करना आसान हो जाता है। इसको लेकर भज्जी ने ट्वीट किया कि, 'यह नियम कितना बेकार है। आईसीसी में कुछ और गेंदबाज होने चाहिए ताकि वह गेंद और बल्ले के बीच सामंजस्य बिठा सके। एक समय था जब 260-70 का स्कोर चेज करना मुश्किल होता था मगर आज 320 प्लस टारगेट बड़ी आसानी से हासिल कर लिया जाता है।'

सचिन ने दिया रिप्लाई

भज्जी के इस ट्वीट पर सचिन ने भी रिप्लाई किया। वह लिखते हैं, 'मैं आपसे पूरी तरह से सहमत नहीं हूं। मुझे लगता है कि नियमों के साथ-साथ पिच को लेकर भी बात होनी चाहिए।' यहां सचिन का इशारा था कि आईसीसी नियमों के अलावा पिचों पर भी गौर करे। ताकि गेंदबाजों को मदद मिल सके और खेल और रोमांचक बने।

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari