-बिना मास्क निकलने वालों को अब संभल जाने की जरूरत

-सेनिटाइजर भी रखें साथ, वहीं फिजिकल डिस्टेंसिंग का रखें ख्याल

-दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के ई-डिस्कशन में सामने आई बातें

GORAKHPUR: मार्केट अनलॉक है और ऐसे में लोगों की आवाजाही बढ़ी है। इस दौर में खुद को सेफ रखना और कोरोना से बचाना बड़ा चैलेंज है। इस दौरान मास्क और सेनिटाइजर तो मस्ट है ही, वहीं फिजिकल डिस्टेंसिंग भी अगर भूल गए तो कोरोना आपको अपनी चपेट में ले लेगा और कोई रोक नहीं पाएगा। इसलिए मार्केट में जब बहुत जरूरी हो, तभी बाहर निकलें। वरना घर में रहकर खुद के साथ अपने परिवार को बचाएं। यह बातें सामने गुरुवार को आई दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के ई-डिस्कशन में, जहां व्यापारियों ने डेली फेस किए जाने वाले एक्सपीरियंस श्ोयर किए।

फिजिकल डिस्टेंसिंग भूल जा रहे लोग

डिस्कशन के दौरान यह बात सामने आई कि मार्केट में अब बेवजह भीड़ होने लगी है। एक आदमी के साथ खरीदारी के लिए दो-चार लोग चलने लगे हैं, जिससे दुकानों में भी लोगों की भीड़ नजर आ रही है। वहीं, फिजिकल डिस्टेंसिंग की खूब धज्जियां उड़ रही हैं। मास्क लगाने का डर तो मानों किसी को रह ही नहीं गया है। 30-35 परसेंट लोग ही मास्क लगा रहे हैं, वहीं कुछ ऐसे हैं, जिन्होंने अपने गले में मास्क लटकाया हुआ है, लेकिन वह उसे मुंह पर लगाने की जहमत नहीं उठा पा रहे हैं। लोगों के बगल में जाने से भी अब किसी को गुरेज नहीं है और धड़ल्ले से लोग इधर-उधर जाने में लगे हैं।

यह बातें आई सामने

- बिना मास्क लगाए लोगों पर कार्रवाई हो।

- सभी दुकानदार बिना सेनिटाइजर का इस्तेमाल किए किसी को एंट्री न दें।

- फिजिकल डिस्टेंिसग का ख्याल रखा जाए।

- रोस्टर में जिस दिन दुकान खोलने की बात हो, उसी दिन दुकान खोली जाएं।

- जो दुकानें बिना रोस्टर के खुल रही हैं, उन पर कार्रवाई हो।

- बेवजह घूमने वालों पर भी एक्शन लिया जाए।

- जहां बिना रोस्टर की दुकान खुल रही हैं, वहा ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मी पर भी कार्रवाई हो।

- सुरक्षा की दृष्टि से सेनिटाइजेशन जरूरी है, नगर निगम सभी दुकानों का सेनिटाइजेशन कराएं।

- रैंडम करने के बजाए टेस्टिंग की संख्या बढ़ाई जाए।

- जिनके अंदर सिंप्टम्स है, तो उनके साथ अपराधियों जैसा सलूक करने के बजाए, अच्छा व्यवहार किया जाए।

- जो सरकार मुफ्त में जांच करा रही है, उसमें पहले ठेले वालों की जांच हो, क्योंकि वह मोहल्ले-मोहल्ले घूम रहे हैं और सेनिटाइजर का बिल्कुल इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं.

वर्जन

अब हमें ही सावधानी दिखानी है। दुकान पर सभी चीजें तो रखनी पड़ेगी ही, वहीं जो थोक का काम कर रहे हैं, वह कोशिश करें कि जो ऑर्डर फोन से ले सकते हैं। उन्हें फोन से ले लें और जिस समय माल तैयार हो जाए, व्यापारी को बता दें, ताकि वह आकर अपना सामान ले जाए और बेवजह की भीड़ न इकट्ठा हो।

-नितिन कुमार जायसवाल, व्यापारी

महामारी अब और आगे बढ़नी है, पब्लिक मानने को तैयार ही नहीं है। भीड़ बढ़ती जा रही है, लोग घूमने के लिए ही निकल जा रहे हैं। शहर में भी अब कोरोना के पेशेंट मिलने शुरू हो गए हैं। मार्केट में हो रही भीड़ में अगर कोई ऐसा निकल जाए, तो सबके लिए मुसीबत हो सकती है। इसलिए कम से कम मार्केट में निकलना चाहिए। व्यापारी अपने रोस्टर के हिसाब से ही दुकानें खोलें, जिससे बेवजह मार्केट में भीड़ न हो।

- राजेश नेभानी, अध्यक्ष, थोक वस्त्र व्यवसायी वेलफेयर कमेटी

इस वक्त ऐसा दौर चल रहा है कि हम सबको मिलकर ही लड़ना पड़ेगा। हर जगह लापरवाही हो रही है। कोई भी इसे सीरियसली नहीं ले रहा है। मेरे घर के बगल में हॉटस्पॉट एरिया है, लेकिन किसी को भी फिक्र नहीं है। सभी धड़ल्ले से वहां आ-जा रहे हैं। कोई रोक टोक नहीं है। प्रशासन को इस मामले में कड़ाई करनी होगी। वहीं जो मास्क नहीं पहन रहे हैं, उनका तत्काल चलाना करना चाहिए। इसमें सबकी भलाई है।

मनोज पांडेय, बिजनेसमैन

मेरी शॉप पर सेनिटाइजर बाहर रखा गया है, जो टचलेस है, इससे किसी को संक्रमण का खतरा नहीं है। बिना सेनिटाइजर का इस्तेमाल किए किसी को सामान नहीं दिया जा रहा है। लेकिन कुछ लोग हैं, जो अब भी बिना मास्क लगाए और सेनिटाइजर का इस्तेमाल किए बिना ही दुकान में घुसने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे लोगों पर सख्ती करने के बजाए प्रशासन के लोग दुकानदारों पर दबाव बना रहे हैं। हमारी यही कोशिश है कि कस्टमर्स को बाहर से डील किया जाए और सामान देकर वहीं से वापस कर दिया जाए।

महावीर गुप्ता, बिजनेसमैन

सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो रहा है। मास्क नहीं लगा रहे हैं। काफी ज्यादा भीड़ है। शहर में लगातार मरीज बढ़ते जा रहे हैं। कपड़े का तीन दिन बाजार खुल रहा है। जो रेडीमेड वाले हैं, वह कई दिन बाजार खोल रहे हैं। रेती चौक पर जाम लग रहे हैं। समय से दुकान खुले, समय से बंद हो, जिस हिसाब से छूट मिल रही है, वह उसके हिसाब से काम करें।

संजय अग्रवाल, व्यापारी

Posted By: Inextlive