--आजसू की नीरू शांति भगत एनडीए की उम्मीदवार

--यूपीए से सुखदेव भगत हो सकते हैं प्रत्याशी

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RANCHI (16 हृश्र1): लोहरदगा उपचुनाव के लिए बिगुल बज चुका है। 14 दिसंबर को होनेवाले इस विधानसभा के उपचुनाव को लेकर सोमवार को आजसू पार्टी की तरफ से नीरू शांति भगत को अपना उम्मीदवार घोषित किया। नीरू शांति भगत आजसू नेता और लोहरदगा के विधायक रहे कमल किशोर भगत की पत्‍‌नी हैं। नीरू शांति कुजूर कमल किशोर भगत से शादी से पहले रांची के रिम्स में नर्स के पद पर कार्यरत थीं। उन्होंने प्रशासन को अपना इस्तीफा भेजा था, जो सोमवार को स्वीकार कर लिया गया। इसके बाद उनके चुनाव लड़ने का रास्ता साफ हो गया। कमल किशोर ने कोर्ट के आदेश के बाद 7 अक्टूबर को समर्पण किया था इसके बाद नीरू शांति भगत लोहरदगा में रहकर लगातार क्षेत्र का दौरा कर रही हैं। लोहरदगा से उनका चुनाव लड़ना पहले से तय था जिसका औपचारिक ऐलान सोमवार को हुआ। नीरू शांति भगत लोहरदगा से सत्तारूढ़ एनडीए की उम्मीदवार होंगी।

बीजेपी की सहमति

उनके नाम पर बीजेपी ने भी अपनी सहमति दे दी है। एक साल पहले हुए तृतीय झारखंड विधानसभा के चुनाव में लोहरदगा सीट से एनडीए की तरफ से आजसू उम्मीदवार कमल किशोर भगत से झारखंड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुखदेव भगत को हराया था लेकिन डॉ। के.के। सिन्हा पर हमले के मामले को लेकर कमल किशोर भगत को कोर्ट से सजा हो गई जिसके कारण उनकी सदस्यता स्वत: ही समाप्त हो गई। वह अभी बिरसा मुंडा जेल में सजा काट रहे हैं। जेल जाने से पहले उन्होंने आनन-फानन में रिम्स में सरकारी नर्स शांति नीरू कुजूर से शादी की थी। उसी समय इस बात के संकेत मिल गए थे। अपनी सीट को अपने पास सुरक्षित रखने के लिए कमल किशोर भगत पत्‍‌नी को लोहरदगा उपचुनाव में प्रत्याशी बनाएंगे। जेल में रहने के बाद भी सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक के जरिए कमल किशोर भगत लगातार लोहरदगा क्षेत्र में दौरा कर रही नीरू शांति भगत के फोटो को शेयर कर रहे हैं।

एक-दो दिन में खुलेगा पत्ता

लोहरदगा क्षेत्र से साल 2000 में विधायक चुने गए और साल 2009 और 2014 में आजसू के कमल किशोर भगत से 500 वोटों के मामूली अंतर से हारने वाले झारखंड कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत का भी लोहरदगा सीट से चुनाव लड़ना लगभग तय है, लेकिन उनके नाम का एलान एक दो दिन में हो सकता है। बिहार की जीत से उत्साहित विपक्ष इस सीट पर एनडीए को हराने के लिए अपना संयुक्त प्रत्याशी देने पर सहमति बना रहा है। इसे लेकर पिछले दिनों झारखंड कांग्रेस के प्रभारी बीके हरिप्रसाद ने नेता विपक्ष झारखंड मुक्ति मोर्चा के हेमंत सोरेन से मुलाकात की थी। इसके बाद जेएमएम ने घोषणा की थी कि वह इस सीट पर अपना उम्मीदवार नहीं उतारेगा। हालांकि झारखंड विकास मोर्चा की तरफ से मांडर के पूर्व विधायक बंधु तिर्की भी इस सीट पर चुनाव लड़ने की तैयारी में लगे हुए हैं।

Posted By: Inextlive