नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली कल अपने पहले भारत दौरे के लिए दिल्‍ली पहुंचे। यहां पर दिल्‍ली एयरपोर्ट पर विदेश मंत्री सुषमा स्‍वराज ने उनकी आगवानी की। आज वह देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे। उनकी इस यात्रा का उद्देश्‍य दोनों देशों के बीच पैदा हुई गलतफहमियों को दूर करना है लेकिन कल एयरपोर्ट पर मधेशी छात्रों ने उनका विरोध करके उन्‍हें काले झंडे भी दिखाए।


कड़ी सुरक्षा के बीच निकलेनेपाल के प्रधानमंत्री अपनी छ दिवसीय यात्रा पर यहां आए हैं। आज उन्हें देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करनी हैं। इस दौरान दोनों देशों के बीच कई बड़े समझौते होने हैं। ऐसे में कल दिल्ली एयरपोर्ट पर उतरे नेपाल पीएम का विदेश मंत्री सुषमा स्वाराज ने भव्य स्वागत किया। इस दौरान उनके साथ भारत में नेपाल के राजदूत दीप कुमार उपाध्याय भी मौजूद थे। ऐसे में कड़ी सुरक्षा के बीच केपी शर्मा ओली जैसे ही एयरपोर्ट से बाहर निकले मधेशी छात्र नारे बाजी करने लगे। छात्रों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। इसके साथ ही उन्हें काले झंडे भी दिखाए। हालांकि इस दौरान वहां पर तैनात सुरक्षा कर्मी नेपाल प्रधानमंत्री को निकालने में सफल रहे। इस संबंध में छात्रों का कहना था कि मधेश की मांग पर नेपाल पीएम ने कोई सुनवाई नहीं की है। जिसकी वजह से वे मजबूर हुए हैं।



ये हो सकते समझौते

गौरतलब है कि ओली 20 फरवरी को प्रमुख क्षेत्रीय एवं द्विपक्षीय मुद्दों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से विस्तृत वार्ता करेंगे। इस दौरान दोनों देश आर्थिक, सांस्कृतिक और ऊर्जा के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के लिए कम से कम चार सहमति-पत्रों (एमओयू) पर हस्ताक्षर कर सकते हैं। भारत पहले ही नेपाल को एक अरब डॉलर का कर्ज देने का वादा कर चुका है। इसके अलावा भूकंप के बाद नेपाल के पुनर्निर्माण के लिए भी भारत ने एक अरब डॉलर देने का वादा किया है। नेपाल को भारत से यह सहायता और कर्ज किस-किस मद में और किन-किन परियोजनाओं के लिए दी जाए, इसे कोली की यात्रा के दौरान अंतिम रूप दिया जाएगा। गौरतलब है कि नेपाल के नए संविधान के प्रावधानों को लेकर भारतीय मूल के मधेसियों की ओर से किए जा रहे आंदोलन की वजह से दोनों देशों के रिश्तों में खटास पैदा हो गई थी।

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Posted By: Shweta Mishra