एनसीपी नेता छगन भुजबल के ठिकानों पर ईडी के छापे, भतीजा समीर गिरफ्तार
नौ ठिकानों पर चली तलाशी की कार्यवाही
सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय की ओर से मैराथन तलाशी अभियान चलाया गया और इसमें कई राकांपा नेता खिलाफ कार्यवाही की जा रही है जिसमें छगन भुजबल के भतीजे और पूर्व सांसद समीर भुजपल की गिर फ्तारी भी शामिल है। ईडी सूत्रों के मुताबिक, समीर को छह घंटे की पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया गया। उन्हें मंगलवार का कोर्ट में पेश किया जाएगा। इससे पहले ईडी ने भुजबल, उनके बेटे पंकज, भतीजे और अन्य के आवासों और कार्यालयों समेत नौ ठिकानों पर तलाशी अभियान चलाया गया। एजेंसी के मुंबई क्षेत्रीय इकाई के 20 अधिकारियों ने इसे अंजाम दिया। ये कार्रवाइयां 28 जनवरी को बांबे हाईकोर्ट द्वारा महाराष्ट्र एसीबी और ईडी से चार हफ्ते में इस मामले की प्रगति रिपोर्ट मांगे जाने के बाद हुईं। एजेंसी ने भुजबल और अन्य के खिलाफ मनी लांड्रिंग रोकथाम कानून (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत दो एफआइआर दर्ज की है। दिल्ली स्थित महाराष्ट्र सदन निर्माण घोटाला और कलीना भूमि कब्जा मामले में मुंबई पुलिस द्वारा दर्ज एफआइआर के आधार पर ईडी ने मामला दर्ज किया है। ईडी ने इस मामले में 280 करोड़ रुपये की तीन संपत्तियों को जब्त करने का आदेश भी दिया है।
ईडी और एसीबी की संयुक्त कार्यवाही
बांबे हाईकोर्ट ने दिसम्बर 2014 में नेताओं और अन्य के खिलाफ जांच के लिए ईडी निदेशक और एसीबी महानिदेशक के विशेष जांच दल का गठन किया था। गौरतलब है कि दिसम्बर में लोकसभा में वित्त राज्य मंत्री ने बताया था कि भुजबल और अन्य के खिलाफ जांच में पता चला कि भुजबल के परिवार के नियंत्रण वाली कंपनियां को धन देने वाली संस्थाएं संदिग्ध थीं। उनका लेनदेन असली नहीं बल्कि केवल कागजी था।
राकांपा ने भाजपा पर लगाया आरोप
इस बीच राकांपा प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा कि भाजपा के समर्थन में ऐसा किया गया। भाजपा सांसद किरीट सोमैया ने पहले बयान दिया और इसके दो दिन बाद ईडी ने कार्रवाई की। इससे साबित होता है कि भाजपा योजना बनाती है और एजेंसियां इसे लागू करती हैं। हमारी पार्टी को न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है।