एकेडमिक सेशन 2017-18 एवं 2018-19 के लिये प्लान तैयार

पीजी और रिसर्च को बढ़ावा देने के लिये फेकेल्टी रिक्रूटमेंट का प्रॉसेस

आईआईटी मुंबई के एक्सप‌र्ट्स से दिलाई जाएगी ट्रेनिंग

ALLAHABAD: इलाहाबाद स्टेट यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की चाहत रखने वाले स्टूडेंट्स के लिये अच्छी खबर है। स्टेट यूनिवर्सिटी न्यू एकेडमिक सेशन 2017-18 से अलग-अलग स्कूल्स के तहत स्थापित होने वाली ब्रांचेस में पढ़ाई शुरू करवाने जा रही है। यह जानकारी यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रो। राजेन्द्र यादव ने पत्रकारों से बातचीत में दी। उन्होंने बातचीत में यूनिवर्सिटी के एकेडमिक एंड नॉन एकेडमिक डेवलपमेंट से जुड़ी कई महत्वपूर्ण जानकारियां साझा की।

कटियार कमेटी का है प्रस्ताव

प्रो। राजेन्द्र यादव ने बताया कि एकेडमिक सेशन 2017-18 से बेसिक एंड एप्लाइड साइंस, एनवायरनमेंटल, अर्थ साइंसेस, फॉरेंसिक साइंसेस एजुकेशन आदि स्कूल्स के तहत विभिन्न कोर्सेस की पढ़ाई शुरू होगी। इसके अलावा सेशन 2018-19 में एग्रीकल्चर, इंजीनियरिंग, मेडिकल, आयुर्वेद आदि में कोर्सेस शुरू करने का प्लान है। प्रो। राजेन्द्र ने बताया कि नये कोर्सेस आरंभ करने और उनका सिलेबस डिसाइड करने के लिये प्रो। एसएस कटियार की अध्यक्षता में कमेटी का गठन किया गया था। उपरोक्त कोर्सेस का प्रस्ताव कमेटी की ओर से तैयार किया गया है।

सीपीआई कैम्पस में क्लासेस

उन्होंने बताया कि अभी ह्यूमेनिटीज सोशल साइंसेस एंड इंटरनेशनल स्टडीज तथा कामर्स एंड बिजनेश एडमिनिस्ट्रेशन के तहत कई कोर्स महात्मा गांधी रोड सीपीआई कैम्पस में संचालित किये जा रहे हैं। इनमें एमकॉम, एमएसडब्ल्यू, इकोनामिक्स, हिन्दी, पॉलिटिकल साइंस, आर्कियोलॉजी जैसे कोर्स शामिल हैं। इनमें प्रत्येक में 30 सीट हैं। इनपर प्रवेश लेकर स्टूडेंट्स की क्लासेस चलवाई जा रही हैं। प्रो। राजेन्द्र ने बताया कि उनका जोर पीजी और रिसर्च को बढ़ावा देने पर है। इसके लिये वर्तमान में स्थापित ब्रांचेस के तहत शोध की पढ़ाई के लिये फैकल्टी रिक्रूटमेंट का प्रॉसेस चल रहा है। यूपी के राज्यपाल और स्टेट यूनिवर्सिटी के चांसलर राम नाईक से भी अनुमोदन मांगा गया है।

नये सेशन से कराएंगे रिसर्च

उन्होंने बताया कि न्यू सेशन से रिसर्च में एडमिशन का प्लान तैयार है। यदि रिसर्च एडमिशन टेस्ट में कोई बाधा आती है तो सीधे जेआरएफ को एडमिशन देकर रिसर्च वर्क शुरू कर दिया जायेगा। उन्होंने यूनिवर्सिटी के फ्यूचर प्लान को डिस्कस करते हुये बताया कि उनकी योजना हायर लेवल पर शिक्षा और शोध के आदान प्रदान की है। इसके लिये देश के दो बड़े सेंटर से एमओयू भी साइन किया गया है। वीसी प्रो। राजेन्द्र ने बताया कि आईआईटी मुंबई के एक्सप‌र्ट्स ने सीपीआई कैम्पस में आकर स्टूडेंट्स को कम्प्यूटर का प्रशिक्षण देने के लिए हामी भर दी है।

हावर्ड यूनिवर्सिटी की तरह होगा

प्रो। राजेन्द्र ने डेवलपमेंट प्लान की चर्चा करते हुए बताया कि नैनी में यूनिवर्सिटी के लिये अधिकृत 112 एकड़ भूमि पर निर्माण कार्य यूपीएसआईडीसी ने शुरू कर दिया है। एक साल के भीतर वहां प्रशासनिक भवन समेत सभी विद्या शाखाओं के भवन बनकर तैयार हो जायेंगे। सीएम अखिलेश यादव की महत्वाकांक्षी योजना में शामिल यूनिवर्सिटी के भवनों का विकास कार्य हावर्ड यूनिवर्सिटी की तर्ज पर किया जाना है। उन्होंने यूनिवर्सिटी से एफिलिएटेड कुल 546 कॉलेजेस के बारे में जानकारी देते हुये कहा कि वहां के प्रबंधकों और प्राचार्यो से कह दिया गया है कि सभी कॉलेजेस अपनी वेबसाइट का निर्माण अनिवार्य रूप से करवा लें।

Posted By: Inextlive