New Education Policy : देश मेें 10वीं और 12वीं बोर्ड एग्जाम के पैटर्न में बड़ा बदलाव होने जा रहा है। यूनियन एजूकेशन मिनिस्ट्री ने कहा कि साल में एक बार होने वाली बोर्ड एग्जाम अब दो बार कराए जाएंगे। इसके लिए न्यू करीकुलम फ्रेमवर्क लॉन्च किया गया।


नई दिल्ली (एएनआई)। New Education Policy : अब साल में एक नहीं दो बार बोर्ड एग्जाम होंगे। जी हां यूनियन एजूकेशन मिनिस्ट्री ने बुधवार को स्कूल एजूकेशन में महत्वपूर्ण बदलाव करते हुए एक न्यू करीकुलम फ्रेमवर्क लॉन्च किया। मिनिस्ट्री ने स्कूल एजूकेशन के लिए नेशनल करीकुलम फ्रेमवर्क (एनसीएफ-एसई) के शुभारंभ को नेशनल एजूकेशन पाॅलिसी (एनईपी) के इंप्लीमेंटेशन की दिशा में एक "महत्वपूर्ण और परिवर्तनकारी कदम" करार दिया। स्टूडेंट को अच्छा प्रदर्शन करने के लिए समय और अवसर सुनिश्चित करने के लिए साल में कम से कम दो बार बोर्ड एग्जाम कराए जाएंगे। इसके लागू होने के बाद स्टूडेंट उन विषयों की बोर्ड परीक्षा दे सकते हैं जिन्हें उन्होंने पूरा कर लिया है और जिनके लिए वे तैयार महसूस करते हैं। उन्हें बेस्ट स्कोर बनाए रखने की भी परमीशन दी जाएगी।स्टूडेंट को दो लैंग्वेज पढ़नी होंगी
नए फ्रेमवर्क के अनुसार, कक्षा 11 और 12 में सबजेक्ट की पसंद केवल स्ट्रीम तक ही सीमित नहीं होगी। स्टूडेंट को सबजेक्ट सेलेक्ट करने में फ्लेक्सबिलिटी दी जाएगी। स्कूल एजूकेशन के लिए न्यू फ्रेमवर्क नेशनल एजूकेशन पाॅलिसी 2020 (एनईपी) के अनुरूप है। इसके साथ ही कक्षा 11 और 12 के छात्रों को दो लैंग्वेज पढ़नी होंगी और कम से कम एक इंडियन लैंग्वेज होनी चाहिए। इसके अलावा 2024 एकेडमिक सेशन के लिए टेक्स्ट बुक अपडेट की जाएंगी। इस एनसीएफ ने एनईपी2020 की सिफारिश के अनुसार स्कूली पाठ्यक्रम को चार चरणों में विभाजित किया है।

Posted By: Shweta Mishra