दम तोड़ रही हॉकी को को साई सेंटर के हॉस्टल से मिलेगा जीवनदान
- हॉस्टल न होने की वजह से नहीं आ रहे हॉकी के खिलाड़ी, टीम थी अधूरी
- केवल तीन खिलाड़ी ही करते थे प्रैक्टिस, अब दूसरे सेंटर से मांगे गए हैं प्लेयर्स ================ जरूरी बातें 3-प्लेयर हैं साई स्टेडियम में हॉकी के 11-प्लेयर्स की हॉकी टीम में होती है जरूरत 7-प्लेयर टीम में जरूरी होते हैं स्टैंडबाई के लिए 50 बेड का है नया हॉस्टल 17 प्लेयर्स नए हॉस्टल में हुए शिफ्ट ==================बरेली: कैंट स्थित स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (साई) स्टेडियम के दम तोड़ रही हॉकी को अब जीवनदान मिल सकेगा. लम्बे समय से साई सेंटर को जिस हॉस्टल का इंतजार था वह अब पूरा हो गया है. अभी तक हॉस्टल पूरा न होने की वजह से खिलाड़ी नहीं थे. महज तीन खिलाड़ी प्रैक्टिस करते थे. जिसकी वजह से हॉकी की टीम पूरी नहीं हो पा रही थी. लेकिन अब हॉस्टल मिल जाने से यह समस्या दूर हो जाएगी. सेंटर इंचार्ज मिथलेश राना ने साई सेंटर लखनऊ से प्लेयर्स मांगे हैं. उन्होंने बताया कि लखनऊ से प्लेयर्स जल्द मिलने की उम्मीद है.
कैंट बोर्ड की बिल्डिंग में रह रहे थेहॉकी टीम को पूरा करने के लिए 11 प्लेयर्स की जरूरत होती है, लेकिन साई सेंटर कैंट में सिर्फ तीन ही प्लेयर्स एस्ट्रोटर्फ पर प्रैक्टिस करते हुए दिखते हैं. रीजन है कि साई सेंटर के पास अभी तक प्लेयर्स को रखने के लिए हॉस्टल ही नहीं था. इसके चलते प्लेयर्स को कैंट बोर्ड की बिल्डिंग में रहना पड़ रहा था, उसमें भी 20 से अधिक प्लेयर्स के लिए जगह नहीं थी. यहां रह रहे ज्यादातर प्लेयर्स सेपक टाकरा सहित अन्य गेम के थे जबकि हॉकी के सिर्फ तीन ही प्लेयर्स थे. जिस कारण लखनऊ साई सेंटर से बरेली सेंटर के लिए और प्लेयर्स नहीं भेजे जा रहे थे. अब हॉस्टल बनने से हॉकी प्लेयर्स मिलने की उम्मीद जागी है.
50 प्लेयर्स की भेजी डिमांड साई सेटर की इंचार्ज मिथलेश राना ने बताया कि हॉस्टल शुरू होते ही कैंटोन्मेंट बोर्ड के हॉस्टल में रह रहे 17 प्लेयर्स को नए हॉस्टल में शिफ्ट करा दिया. जिससे प्लेयर्स रिलीफ महसूस कर रहे हैं. इसके साथ ही हॉकी की टीम जल्द पूरी हो इसके लिए लखनऊ सेंटर से 50 प्लेयर्स की डिमांड भेजी है. टीम पूरी न होने से यहां रह रहे तीन प्लेयर्स भी ठीक से प्रैक्टिस नहीं कर पा रहे हैं. ================= -पुरानी बिल्डिंग में सफाई की भी प्रॉब्लम थी जिससे वहां मच्छर भी अधिक थे, अब जो नया हॉस्टल बना है वह बहुत बेहतर है.गौरव
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नए हॉस्टल में अभी कुछ ही दिन पहले शिफ्ट हुआ हूं. इसमें प्लेयर्स को काफी सहूलियत मिली है. पुरानी बिल्डिंग में बहुत प्राब्लम होती थी. शिवम ======== साई सेंटर पर 50 बेड का हॉस्टल तैयार होने के बाद प्लेयर्स भी शिफ्ट करा दिए. अब 50 प्लेयर्स लखनऊ सेंटर से भेजने की डिमांड भेजी है जिसमें हॉकी के भी प्लेयर्स हैं.प्लेयर्स आते ही हॉकी की टीम पूरी हो जाएगी. - मिथलेश राना, साई सेंटर इंचार्ज कैंट बरेली