- एमएमसी ने एंटी डिसिप्लिनरी एक्शन के तहत दी जाएगी सजा

- सजा के तहत कंप्लेंट को क्लीन व ग्रीन बनाना होगा अपना कैंपस

PATNA: मगध महिला कॉलेज ने कॉलेज कैंपस में नियमों को तोड़ने वाले स्टूडेंट्स के लिए सजा की अनोखी परंपरा शुरू की है। नियम तोड़ने वाली ग‌र्ल्स को एंटी डिसिप्लिनरी एक्शन के तहत सोशल वर्क करना पड़ेगा। सोशल वर्क के तहत कैंपस को ग्रीन एंव क्लीन बनाना होगा। शुक्रवार को कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ डॉली सिन्हा की अध्यक्षता में एंटी डिसिप्लिनरी कमेटी की बैठक में इस आशय का निर्णय लिया गया है। बैठक की जानकारी देते हुए सोशियोलॉजी डिपार्टमेंट की हेड डॉ रेणु रंजन ने बताया कि पनिशमेंट पाने वाली स्टूडेंट्स को एनसीसी या एनएसएस को ज्वाइन करना पड़ेगा। पनिशमेंट के तौर पर एनसीसी या एनएसएस ज्वाइन कराकर कैंपस को ग्रीन एवं क्लीन करने का असाइनमेंट दिया जाएगा।

कैसा होगा पनिशमेंट?

डॉ रंजन ने बताया कि पनिशमेंट के तौर पर फूलों की क्यारी की सफाई करना, फूलों के नए प्लांट लगाना, गमलों को पेंट करना, कैंपस में पड़ हुए पॉलिथीन, बेकार पड़े पेपर को उठाकर डस्टबिन में डालना प्रमुख है।

आधे दर्जन से अधिक को मिली सजा

शुक्रवार को एंटी डिसिप्लिनरी कमेटी की मीटिंग में कॉलेज के आधे दर्जन स्टूडेंट्स को नए नियम के तहत सजा का आदेश कमेटी ने पारित किया है। कॉलेज कैंपस के अंदर मोबाइल फोन पर बात करते पकड़े जाना, बिना ड्रेस कोड के कैंपस में आना, नॉन पार्किंग प्लेस में व्हीकल पार्क करना आदि एंटी डिसिप्लिनरी वर्क के तहत आता है। ऐसी किसी गतिविधि में पकड़े जाने पर कंप्लेंट कमेटी के पास रखा जाएगा। कमेटी एंटी डिसिप्लिनरी एक्शन वर्क की जांच कर सजा तय करेगी। स्टूडेंट्स को मिले पनिशमेंट के तहत टाइम बाउंड के भीतर पनिशमेंट वर्क पूरा करना होगा।

कॉलेज का क्या है तर्क

नई पनिशमेंट पॉलिसी से स्टूडेंट्स रूल को तोड़ने से डरेंगी। सामान्य तौर पर कॉलेज में फाइन करने पर वे अपने गार्जियन से आसानी से पैसा लाकर जमा कर देंगी। क्लास से सस्पेंड करने पर और सब्जेक्ट में पीछे हो जांएगी। नई पनिशमेंट पॉलिसी से गार्जियन पर भी बोझ नहीं पड़ेगा, न ही उन्हें क्लास छोड़ना पड़ेगा। पनिशमेंट के तहत स्वयं मेहनत करना पड़ेगा।

Posted By: Inextlive