- दून हॉस्पिटल की हाईटेक न्यू ओपीडी के नहीं सुधर रहे हालात

- 2 माह पहले हो गया इनॉग्रेशन, अब तक नहीं जुटाई जा सकीं सुविधाएं

- लिफ्ट का काम अधूरा, विभागों की शिफ्टिंग लटकी, मरीजों की भागमभाग

देहरादून,

दून हॉस्पिटल की हाईटेक न्यू ओपीडी अव्यवस्थाओं के चलते लाइलाज हो गई है. इनॉग्रेशन के दो माह बाद भी यहां जरूरी सुविधाएं नहीं जुटाई जा सकी हैं. रेडियोलॉजी डिपार्टमेंट अभी तक शिफ्ट नहीं हो पाया है, लिफ्ट का काम लटका है, मरीज नई और पुरानी हॉस्पिटल बिल्िडंग के बीच झूल रहे हैं. ऐसे में अधूरी तैयारी और बदहाल व्यवस्था के कारण मरीजों को लाभ नहीं मिल पा रहा है.

कब शिफ्ट होगा रेडियोलॉजी विभाग

दून हॉस्पिटल की न्यू ओपीडी में 2 माह बाद भी रेडियोलॉजी विभाग की शिफ्टिंग नहीं हो पाई है. बीते 25 फरवरी से दून हॉस्पिटल की सीटी स्कैन मशीन भी खराब पड़ी है, जिसके बदले अब नई मशीन खरीदने के निर्देश दिए गए हैं. दून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के रेडियोलॉजी विभाग को नई एक्स-रे व सीटी स्कैन मशीन मिलनी है. जो न्यू ओपीडी में शिफ्ट की जाएगी. हॉस्पिटल को तीन पोर्टेबल एक्स-रे मशीन, 64 स्लाइस की सीटी स्कैन मशीन, तीन सामान्य एक्स-रे मशीन, दो सीआर-कंप्यूटर रेडियोग्राफी मशीनें भी मिलनी हैं. लेकिन, इनकी खरीद नहीं हो पाई है.

लिफ्ट में फंसी ओपीडी की शिफ्टिंग

दून हॉस्पिटल की पुरानी ओपीडी की नई हाईटेक बिल्डिंग में शिफ्टिंग लिफ्ट के फेर में फंसी है. लिफ्ट का काम अधूरा है, ऐसे में 6 मंजिला नई बिल्डिंग के आखिरी फ्लोर तक मशीनें पहुंचाने की दिक्कत है. इसके अलावा ऑफिस फर्नीचर और बेड सहित दूसरी चीजें भी ऊपरी मंजिलों तक पहुंचाई जानी हैं, जिसके लिए लिफ्ट ही एक जरिया है. हालांकि न्यू ओपीडी में ईएनटी, आई, डेंटल, पीडिया, स्किन ओपीडी शुरू तो की गई है, लेकिन बिना लिफ्ट के मरीजों को सीढि़यां चढ़ना मुश्किल हो रहा है.

दो बिल्िडग के बीच झूल रहे मरीज

दून हॉस्पिटल में इलाज के लिए आने वाले मरीजों को इलाज के लिए दो बिल्डिंगों के बीच भागमभाग करनी पड़ रही है. दोनों बिल्डिंग्स के बीच सेफ कनेक्टिविटी नहीं है, एक बिल्डिंग से दूसरी बिल्डिंग तक जाने में पांच राहों से मरीजों को गुजरना पड़ रहा है. हॉस्पिटल प्रबंधन का दावा है कि पुरानी बिल्डिंग से नई बिल्डिंग के बीच फुटओवर ब्रिज बनना है. लेकिन, कब बनेगा इसका कोई जवाब नहीं.

दांद का दर्द लगवा रहा चक्कर

दांत दर्द का इलाज कराना दून हॉस्पिटल में आसान नहीं. डेंटल ओपीडी नई बिल्डिंग के फोर्थ फ्लोर में शिफ्ट हो चुकी है. जहां मरीजों को चार मंजिल तक सीढ़ी चढ़कर पहुंचना पड़ रहा है, इसके बाद डॉक्टर्स एक्सरे की एडवाइस देता है तो दोबारा पुरानी बिल्डिंग में आना पड़ेगा. इसके लिए नई बिल्डिंग से 4 फ्लोर उतरकर पांच सड़कों का जंक्शन पार कर एक्सरे यूनिट तक पहुंचना होगा. एक्सरे रिपोर्ट दिखाने के लिए फिर न्यू ओपीडी की चौथी फ्लोर पर जाना होगा. ऐसे में पेशेंट को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.

मरीज हैं नहीं, आराम फरमा रहा स्टाफ

दून हॉस्पिटल की न्यू ओपीडी में 4 मंजिला बिल्डिंग की सीढि़यां चढ़ने के डर से मरीजों की संख्या गर्मी में कम हो गई है. ऐसे में दिन में स्टाफ के पास एसी और पंखे की हवा में आराम फरमाने के अलावा कोई काम नहीं है. फ्राइडे को दून हॉस्पिटल की न्यू ओपीडी के फोर्थ फ्लोर में कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला.

जब तक लिफ्ट इंस्टॉल नहीं हो जाती, ओपीडी की पूरी शिफ्टिंग होना मुश्किल है. पुरानी और नई हॉस्पिटल बिल्डिंग के बीच कनेक्टिविटी के लिए फुटओवर ब्रिज बनाया जाना है. जिसके लिए कवायद जारी है. जल्द ही मरीजों को सारी सुविधाएं नई बिल्डिंग में मिलने लगेंगी.

- डॉ. केके टम्टा, एमएस.

डायरिया पेशेंट में इजाफा, कोरोनेशन में 10 बेड बढ़ाए

टेंप्रेचर बढ़ने के साथ ही डायरिया, डिहाइड्रेशन, वाटर बोर्न डिजीज के पेशेंट में इजाफा हो रहा है. इसके लिए कोरोनेशन हॉस्पिटल में पेशेंट्स के लिए 10 बेड बढ़ाए गए हैं. कोरोनेशन हॉस्पिटल में इन दिनों उल्टी, दस्त, वायरल, पीलिया, गले में संक्रमण से पीडि़त पेशेंट्स ज्यादा पहुंच रहे हैं.

Posted By: Ravi Pal