तीन मेजर फॉल्ट

-गियर लीवर

-ड्राइवर,पैसेंजर गेट

-इमरजेंसी बटन

देहरादून

रोडवेज की जिन 150 नई बसों में टेक्निकल फॉल्ट का मामला पकड़ा गया है, उन्हें गोवा नहीं वरन पंतनगर स्थित टाटा मोटर्स के प्लांट में भेजा जाएगा। जबकि इन बसों का चेसिस लखनऊ में और बॉडी गोवा में बनी थी। बसों में टेक्निकल फॉल्ड का रोडवेज ने सीआईआरटी की टीम से थर्ड पार्टी इंस्पेक्शन कराया था। जिसमें बसों के गियर लीवर, ड्राइवर-पैसेंजर गेट और इमरजेंसी बटन को मेजर फॉल्ट और एक दर्जन से अधिक माइनर फॉल्ट फाइंड आउट किए गए। ऐसे में रोडवेज ने फॉल्ट दूर कराने के लिए सप्लायर कंपनी के पंतनगर प्लांट भेजा जाएगा।

चेसिस लखनऊ में बॉडी बनी गोवा में:

रोडवेज ने पिछले दिनों जो 150 बसे खरीदी हैं, उनमें टाटा कंपनी के लखनऊ प्लांट में निर्मित चेसिस है। इन चेसिस पर गोवा की एसीजीएल कंपनी ने बॉडी बनाई है। इस बसों के भुगतान से पहले ही गियर लीवर टूटने लगे। रोडवेज ने बसों का संचालन रोककर थर्ड पार्टी इंस्पेक्शन कराया तो कई खामियां मिली।

गोवा की बीमारी का पंतनगर में इलाज समझ से परे:

रोडवेज प्रबंधन का दावा है कि सप्लायर कंपनी ने बसों में जरूरी टेक्निकल बदलाव करने की हामी भर ली है। टेक्निकल खामियां बस के चेसिस पर फिटेड गियर बॉक्स और बॉडी दोनों में है। ऐसे में ये बॉडी बनने के बाद चेसिस पर फिटेड गियर बॉक्स में बदलाव कैसे हो पाएगा, दूसरी तरफ बॉडी गोवा में एसीजीएल कंपनी में बनी है, ऐसे में बॉडी में जरुरी बदलाव पंतनगर में कैसे होंगे।

चेंजेज के बाद फिर थर्ड पार्टी इंस्पेक्शन:

नई बसों को पंतनगर प्लांट भेजने के बाद जरुरी बदलाव कर कंपनी वापस लौटाएगी। इस बसों को उत्तराखंड रोडवेज के बेडे में जरुरी बदलाव के बाद वापस लेने का प्लान है। लेकिन फॉल्ट में सुधार के बाद रोडवेज प्रबंधन इन बसों का फिर से थर्ड पार्टी इंस्पेक्शन कराया जाएगा। थर्ड पार्टी इंस्पेक्शन में क्लीयरेंस मिलने के बाद ही बसों को वापसी हो पाएगी।

गोवा भेजने में एक करोड़ का खर्च आता:

नई बसें गोवा से तैयार होकर देहरादून आई थी। ऐसे में इन्हें वापस गोवा भेजने में रोडवेज को एक करोड़ का खर्च आता। रोडवेज और सप्लायर कंपनी ने इस खर्च को कम करने के लिए बसों को वापस गोवा की जगह टाटा के पंतनगर प्लांट में भेजने का रास्ता निकाला है। पंतनगर प्लांट में ही टाटा और एसीजीएल के टेक्निकल एक्सपर्ट और मैकेनिक यहीं बसों में टेक्निकल फॉल्ट दूर करेंगे।

वर्जन:

बसों को टाटा के पंतनगर प्लांट में भेजा जाएगा। थर्ड पार्टी इंस्पेक्शन में सामने आई कमियों को वहीं कंपनी दूर करेगी। बसों की वापसी से पहले फिर थर्ड पार्टी इंस्पेक्शन कराया जाएगा।

दीपक जैन, जीएम रोडवेज

Posted By: Inextlive